बंगाल हिंसा, कोरोना और इजरायल-फिलिस्तीन से जुड़े झूठे दावों का सच
The Quint
WebQoof Roundup। कभी ब्राजील का वीडियो बंगाल हिंसा का बताकर तो कभी जॉर्डन का वीडियो फिलिस्तीन का बताकर किए जा रहे झूठे दावे। Brazilian video shared referring Bengal violence and Jordan video as Palestine, making false claims
देश कोरोना जैसी महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है. ऐसे में न सिर्फ कोरोना से जुड़े झूठे दावे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, बल्कि पश्चिम बंगाल में 2 मई को आए चुनावी नतीजों के बाद से ही बंगाल से जुड़े कई भ्रामक दावे भी खूब शेयर हो रहे हैं. कभी ब्राजील में हुई हिंसा का वीडियो बंगाल का बताकर शेयर किया जा रहा है तो कभी अलग-अलग जगहों में हुई हिंसा के पुराने वीडियो बंगाल के बताकर शेयर किए जा रहे हैं. साथ ही, इन्हें सांप्रदायिक रंग भी दिया जा रहा है.जेरुसलम की अल-अक्सा मस्जिद में इजरायली सुरक्षा बलों और मुस्लिमों के बीच हुई हिंसा के बाद से ही इजरायल और फिलिस्तीन दोनों ही देश युद्ध जैसी स्थिति में हैं. ऐसे में इजरायल और फिलिस्तीन से भी जुड़ी कई फेक खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. ऐसी ही तमाम खबरों की पड़ताल हमने इस पूरे हफ्ते की और सच आपके सामने लाए.बंगाल हिंसा को एडिटेड वीडियो से सांप्रदायिक रंग देने की कोशिशपश्चिम बंगाल में 2 मई को चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद हिंसा की कई खबरें सामने आईं. ऐसे में एक भड़काऊ एडिटेड वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है. इसे बंगाल का बताकर दावा किया जा रहा है कि अब हिंदुओं ने बदला लेना शुरू कर दिया है.कई यूजर्स फेसबुक और ट्विटर पर इस वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर कर रहे हैं: ''बंगाल के हिंदुओं ने पलटवार करना शुरू कर दिया है. अभी देखना लोकतंत्र खतरे में आ जाएगा''पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करेंपोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि देश की अलग-अलग जगहों में हुई हिंसा और मारपीट के पुराने वीडियो की क्लिप जोड़कर ये वीडियो तैयार किया गया है. इस वीडियो का पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है.हमने Invid के गूगल क्रोम एक्सटेंशन का इस्तेमाल कर वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा. वीडियो को 5 क्लिप जोड़कर तैयार किया गया है. कीफ्रेम में से एक पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें साल 2017 में अपलोड किया गया एक यूट्यूब वीडियो मिला. इस वीडियो में वही विजुअल मिले जो वायरल वीडियो के पहले 23 सेकंड में देखे जा सकते हैं.पड़ताल में हमने पाया ...More Related News