फ़ोर्ट विलियम: कलकत्ता में अंग्रेज़ों का एक कॉलेज जिसका आज तक है प्रभाव
BBC
ईस्ट इंडिया कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स इस कॉलेज की स्थापना के पक्ष में नहीं थे लेकिन ये भारत में बड़े बदलाव की वजह बना.
10 जुलाई, 1800 एक यादगार तारीख़ है. उस समय दुनिया के सबसे बड़े शहरों में से एक कलकत्ता में एक कॉलेज 'फ़ोर्ट विलियम' की स्थापना हुई थी. लेकिन ईस्ट इंडिया कंपनी के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड वेलेस्ली ने इंग्लैंड में निदेशक मंडल को पत्र लिखा और ज़ोर देकर कहा कि इसकी स्थापना चार मई, 1800 मानी जाए. वह इस कॉलेज की स्थापना को अंग्रेज़ों के हाथों 'मैसूर के शेर' कहे जाने वाले टीपू सुल्तान की पराजय और मृत्यु की पहली वर्षगांठ के रूप में मनाना चाहते थे. लॉर्ड वेलेस्ली इसे 'ऑक्सफ़ोर्ड ऑफ़ द ईस्ट', यानी पूर्व के ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करना चाहते थे. लेकिन ये कॉलेज, जिसके बारे में कहा जाता है कि उसने उपमहाद्वीप के भाग्य को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, कुछ ही वर्षों तक चला. हालांकि, इसका प्रभाव दो शताब्दियों बाद भी महसूस किया जाता है. ये कॉलेज भारतीय भाषा, साहित्य, विज्ञान और कला के साथ युवा अंग्रेजों को प्रबुद्ध करने के लिए स्थापित किया गया था, लेकिन इसने भारतीय भाषा और साहित्य के रुख़ को बदल दिया.More Related News