फर्जी पैन-आधार बनाकर सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे थे रोहिंग्या, जम्मू में पनाह देने वालों पर भी एक्शन
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किश्तवाड़ और पुंछ जिलों के बाद, फर्जी सरकारी कार्ड हासिल करने वाले रोहिंग्याओं पर कार्रवाई जारी है. इस बार जम्मू जिले में रोहिंग्याओं के मददगारों पर कार्रवाई की गई है.
जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्याओं को पनाह देने वालों पर एक्शन लिया जा रहा है. उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है जो दूसरे देशों के नागरिकों और रोहिंग्याओं को शरण देने और सरकारी लाभ दिलाने में मदद कर रहे हैं. इन मामलों में जम्मू-कश्मीर के कई पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज की गई है.
किश्तवाड़ और पुंछ जिलों के बाद, फर्जी सरकारी कार्ड हासिल करने वाले रोहिंग्याओं पर कार्रवाई जारी है. इस बार जम्मू जिले में रोहिंग्याओं के मददगारों पर कार्रवाई की गई है.
म्यांमार का रहने वाला एक रोहिंग्या मुस्लिम साल 2013 से जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में रह रहा था. उसने साल 2013 में स्थानीय महिला से शादी भी कर ली. इसके साथ ही उसने अपने ससुर और अन्य दो लोगों के साथ मिलकर फर्जी आधार कार्ड और राशन कार्ड बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया.
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इस मामले में आईपीसी की कई धाराओं के तहत पुंछ जिले के गुरसाय पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज हुई. जांच के दौरान 30 नवंबर को आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने आरोपी शख्स के ससुर और फर्जी दस्तावेज बनाने वाले दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है.
जम्मू जिले में जिन जगहों पर गैर नागरिकों को ठहराया जाता है, वहां मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तलाशी ली गई. इस दौरान अवैध रूप से भारतीय दस्तावेज जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक दस्तावेज और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है.
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