प्रेग्नेंट महिला जज ने सरकारी अस्पताल में कराई अपनी डिलीवरी, नहीं गईं प्राइवेट हॉस्पिटल
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UP News: गर्भवती सिविल जज श्वेता सिंह का प्रसव होना था. श्वेता सिंह और उनके पति सिविल जज प्रभात कुमार यह निर्णय लिया कि वह प्राइवेट अस्पताल में न जाकर सरकारी अस्पताल में ही अपना प्रसव कराएंगे.
UP News: आमतौर पर देखा जाता है कि मध्यमवर्गीय और उच्च वर्ग के लोग अपनी गर्भवती महिलाओं का प्रसव निजी और बड़े अस्पतालों में ही कराते हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में महिला सिविल जज ने अपना प्रसव एक सरकारी अस्पताल में कराया. शिशु और मां बिल्कुल ठीक है.
दरअसल, गर्भवती सिविल जज श्वेता सिंह का प्रसव होना था. श्वेता सिंह और उनके पति सिविल जज प्रभात कुमार यह निर्णय लिया कि वह प्राइवेट अस्पताल में न जाकर सरकारी अस्पताल में ही अपना प्रसव कराएंगे.
शहर के ही 100 बेड अस्पताल में बीती रात श्वेता सिंह का प्रसव डॉ दिव्या चौधरी और स्टाफ नर्स प्रतिभा जैन ने कराया. नवजात शिशु को टिटनेस और अन्य टीके भी अस्पताल में ही दिए गए.
गौरतलब है कि श्वेता सिंह के पति प्रभात कुमार भी सिविल जूनियर डिवीजन में जज हैं. प्रसूता श्वेता सिंह का कहना है कि हम दोनों ने यह निर्णय लिया कि बच्चे की डिलीवरी सरकारी अस्पताल में कराई जाएगी. यहां मुझे बेहतर और अच्छी सेवाएं लगीं. किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं है.
फिरोजाबाद के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नवीन जैन कहते हैं कि जिला अस्पताल में बेहतर सुविधाएं हैं. कुशल चिकित्सक हैं. सरकारी अस्पताल में प्रसव का कोई खर्चा नहीं है. लेकिन जज दंपती ने सरकारी अस्पताल में प्रसव कर एक अनूठी मिसाल पेश की है.
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