प्रशांत किशोर बोले- 9 घंटे का प्रजेंटेशन था, सोनिया गांधी के अलावा किसी ने पूरा नहीं देखा
AajTak
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आज तक के ख़ास कार्यक्रम 'थर्ड डिग्री' में शिरकत की. यहां उन्होंने तमाम तीखे सवालों का जवाब दिया. उन्होंने इस बातचीत में बताया कि उन्होंने कांग्रेस को तकरीबन आठ से नौ घंटे का प्रजंटेशन दिखाया था.
26 अप्रैल 2022... मंगलवार का दिन, दोपहर के 3 बजकर 41 मिनट का समय हुआ था. जब कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक ट्वीट किया और पिछले कई दिनों से लगाये जा रहे कयासों का अंत हो गया. उनके ट्वीट से यह साफ हो गया कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं हो रहे हैं.
जिसके बाद यह खबर आग की तरह देश की मीडिया और लुटियन दिल्ली में फैल गई. इसको लेकर बाद में प्रशांत किशोर ने भी ट्वीट कर इसकी पुष्टि कर दी. अब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आज तक के साथ एक खास कार्यक्रम 'थर्ड डिग्री' में तमाम सवालों के जवाब दिए हैं.
आज तक के साथ बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस चाहती थी कि वे पार्टी में शामिल हो जाएं. लेकिन उनकी तरफ से पार्टी से कोई पद नहीं मांगा गया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दिखाया गया मेरा प्रजेंटेशन 8-9 घंटे का था. उनकी तरफ से तमाम सुझाव भी दिए गए थे.
पीके ने ये भी बताया कि तीन बैठकों के दौरान राहुल गांधी वहां पर मौजूद रहे थे. उन्होंने और पार्टी के दूसरे नेताओं ने उनके सुझावों का स्वागत किया था. उनकी तरफ से किसी भी मौके पर ये नहीं बताया गया कि किसे कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी देनी चाहिए. इस दौरान उन्होंने बताया कि उनका प्रजंटेशन सोनिया गांधी के अलावा किसी ने भी पूरा नहीं देखा. इसी बीच पीके ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों को लेकर यह भी कहा कि मैंने कांग्रेस को पहले ही बता दिया था कि पांच राज्यों में उनकी कोई संभावना नहीं है. वहीं पीके ने बातचीत में यह भी कहा कि कांग्रेस को किसी पीके की जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा कि मीडिया मुझे जरुरत से ज्यादा बड़ा बनाकर दिखा रही है. मेरा कद, किरदार इतना बड़ा नहीं है कि राहुल गांधी मुझे भाव दें. कांग्रेस को किसी पीके की जरूरत नहीं, खुद फैसला ले सकते हैं.
महाराष्ट्र में नए सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है. एकनाथ शिंदे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. राजभवन जाकर उन्होंने इस्तीफा सौंपा. शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उनको अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे. लेकिन अभी तक नए मुख्यमंत्री को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है.