प्रयागराज: बारिश-हवा के कारण फिर दिखने लगे संगम किनारे दबे शव, रेत से ढकने में जुटा प्रशासन
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कोरोना के प्रकोप के बीच प्रयागराज में संगम किनारे दबाए दर्जनों शव एक बार फिर दिखने लगे हैं. बारिश, तेज़ हवा के कारण रेत हटी तो प्रशासन फिर हरकत में आया और अब इन शवों को फिर से ढकने का काम किया जा रहा है.
कोरोना की दूसरी लहर ने उत्तर प्रदेश के शहर-शहर में हाहाकार मचा दिया है. संगम नगरी प्रयागराज में तो हालात ये हैं कि गंगा किनारे ही रेत पर दर्जनों शवों को दफनाया गया था. लेकिन जब यहां पर दफनाए गए शवों पर से रेत हटी और फिर शव बाहर दिखने लगे, तो प्रशासन की ओर से फिर से इन्हें ढका जा रहा है. नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा रेत में से बाहर आए शवों को फिर से ढका जा रहा है और इनपर बालू डाली जा रही है. ताकि कुत्ते इन शवों को ना नोचें. कोरोना के प्रकोप के बीच संगम किनारे दफनाए गए शवों की तस्वीरों ने पूरे देश को झकझोर दिया था. राज्य सरकार पर कई सवाल खड़े किए गए. लेकिन शवों का हाल तब बुरा हो गया, जब तेज बारिश, हवा के कारण रेत हटने लगी. ऐसे में दफनाए गए शव बाहर आने शुरू हो गए, कुछ तस्वीरें ऐसी भी वायरल हुईं जिनमें कुत्ते शवों को नोच रहे थे.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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