पैग़ंबर मोहम्मद पर भारत में दिए बयान से शेख़ हसीना पर कैसा पड़ रहा है दबाव - प्रेस रिव्यू
BBC
भारत में सत्ताधारी दल की पूर्व प्रवक्ता के पैग़ंबर मोहम्मद पर दिए बयान के बाद बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना पर दबाव बढ़ रहा है. पढ़ें आज के अख़बारों की प्रमुख सुर्खियां.
पैग़ंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा की आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में शुक्रवार को बांग्लादेश की राजधानी ढाका समेत देश के कई ज़िलों में जुमे की नमाज़ के बाद विरोध प्रदर्शन हुए.
बांग्लादेश में अलग-अलग जगहों पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने हाथों में पोस्टर लेकर नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की और उनकी गिरफ़्तारी की मांग की. इन प्रदर्शनों के साथ ही बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के ख़िलाफ़ एक चुनौती भी सामने आ गई है. बांग्लादेश में साल 2023 में पीएम पद के लिए आम चुनाव होने हैं.
द हिंदू अख़बार की ख़बर के मुताबिक, अधिकारियों और आवामी लीग पार्टी के सूत्रों का कहना है कि बांग्लादेश में बीजेपी के दो नेताओं की टिप्पणियों के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शन का असर शेख़ हसीना के आगामी भारत दौरे पर पड़ सकता है.
आवामी लीग के एक वरिष्ठ नेता खांडकर गुलाम मौला नक्शबंदी ने बताया, "मैं बैतुल मोकर्रम में नमाज़ अदा करने गया था लेकिन वहां आक्रामक भीड़ मुझ पर टूट पड़ी और मुझे एक अलग बाड़े में नमाज़ अदा करने के लिए मजबूर किया गया."
पैग़ंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ विवादित टिप्पणी मामले में स्पष्ट रुख़ अपनाने के लिए पीएम शेख़ हसीना पर दबाव बढ़ रहा है.