![पैंगोंग झील में गश्त के लिए सेना को स्पेशल बोट्स मिलना शुरू, लद्दाख में भारत की स्थिति होगी मजबूत](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/13/91dbeddbb5cde108d1a22ff88d6c94a5_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&imheight=628)
पैंगोंग झील में गश्त के लिए सेना को स्पेशल बोट्स मिलना शुरू, लद्दाख में भारत की स्थिति होगी मजबूत
ABP News
14 हजार फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी पैंगोंग-त्सो झील करीब 135 किलोमीटर लंबी है. इसका एक-तिहाई भाग यानि करीब 40 किलोमीटर हिस्सा भारत के अधिकार-क्षेत्र में है
लद्दाख: एलएसी पर चीन से चल रहे टकराव के बीच भारतीय सेना को पैंगोंग-त्सो झील में गश्त के लिए नई बोट मिलनी शुरू हो गई हैं. जानकारी के मुताबिक, ये पैट्रोलिंग बोट्स सेना और आईटीबीपी द्वारा इस्तेमाल की जा रही बोट्स और स्टीमर्स से काफी बड़ी हैं. दरअसल, पिछले साल दिसंबर में एलएसी पर चीन से चल रहे टकराव के बीच भारत ने पैंगोंग-त्सो लेक में पैट्रोलिंग के लिए 29 नई बोट्स का ऑर्डर दिया था. इन नई बोट्स को भारत के ही दो बड़े शिपयार्ड में तैयार किया जाना था. 12 बोट्स का ऑर्डर गोवा शिपयार्ड लिमिटेड को दिया गया था और 17 बोट का ऑर्डर एक प्राइवेट शिपयार्ड को दिया गया था. गोवा शिपयार्ड में तैयार हो रही हैं फास्ट पैट्रोलिंग बोट्स मशीन-गन और सर्विलांस-गियर से लैस हैं, जिन्हें पैट्रोलिंग और निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाना है.More Related News