पेगासस जासूसी: हंगरी के पत्रकारों ने सरकार ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया
The Wire
पेगासस का मामला उजागर होने के लगभग छह महीने बाद हंगरी के खोजी पत्रकार सैबोल्च पैनयी सहित निशाना बनाए गए छह लोग सरकार के ख़िलाफ़ क़ानूनी क़दम उठा रहे हैं. यूरोपीय संघ के किसी देश में सरकार के ख़िलाफ़ पेगासस प्रभावितों द्वारा दायर यह पहला क़ानूनी मामला है.
नई दिल्लीः हंगरी के खोजी पत्रकार सैबोल्च पैनयी को 2021 में जब यह पता चला कि उनके स्मार्टफोन में पेगासस इंस्टॉल किया गया है, वह समझ गए कि यह सिर्फ जासूसी का मामला नहीं है. 😎SEE YOU IN COURT! #Pegasus #PegasusProject
पेगासस न सिर्फ फोन कॉल को इंटरसेप्ट करता है, यह सॉफ्टवेयर किसी भी स्मार्टफोन के डेटा तक पहुंच बना सकता है और बिना नजर में आए फोन के माइक्रोफोन और कैमरा को चालू कर सकता है. “The Hungarian Civil Liberties Union (@HCLU) is taking legal action on behalf of six of its clients before the Hungarian authorities, the European Commission, the European Court of Human Rights and in Israel.” https://t.co/A1hGSwHVDj pic.twitter.com/YR6TcZbLy6
डॉयचे वेले की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसा लगा, जैसे वे मेरे अपार्टमेंट और ऑफिस में घुस आए और सभी चीजों में घुसपैठ कर दी. हर जगह छिपे कैमरा लगा दिए और बाथरूम में भी मेरा पीछा किया जा रहा है.’ — Szabolcs Panyi (@panyiszabolcs) January 28, 2022
पैनयी बुडापेस्ट के खोजी ऑनलाइन मीडिया आउटलेट डायरेक्ट36 के संपादक हैं. वह उन कई दर्जन लोगों में से एक हैं, जिनकी पेगासस का इस्तेमाल कर हंगरी की सरकार ने अवैध रूप से निगरानी की. बताया जाता है कि पेगासस के जरिये गंभीर अपराधियों या आतंकियों की निगरानी की जाती है लेकिन इस मामले में कोई भी शख्स न तो अपराधी था और न ही आतंकी.