पृथ्वी से ग़ायब एक बड़े कालखंड की वजह ढूंढने में नाकामी क्यों?
BBC
धरती के जियोलॉजिकल रिकॉर्ड के कई पन्ने ग़ायब हैं लेकिन इसका रहस्य अभी तक पता नहीं चल पाया है. इसका पता चलता तो हम जान पाते कि उस दौरान धरती कैसे अपना आकार ले रही थी.
पृथ्वी की सतह पर पड़ी चट्टान एक किताब की तरह होती है, जो आपको अपनी पूरी कहानी बता देती है.
पहाड़, घाटियां और दूसरी भू-आकृतियों को बनाने वाली मिट्टी की परत किताबों के उन पन्नों की तरह होती है जो ये बताती है कि आज जो परिदृश्य हमें दिख रहा है वह कब और कैसे बना.
पृथ्वी की परत से सटी चट्टान इस किताब के शुरुआती पन्ने हैं. वो पन्ने जो धरती का शुरुआती इतिहास बताते हैं. बाद की परतों के बारे में जानने के साथ ही हम धरती के बारे में और जानने लगते हैं. लेकिन सवाल है कि जब किताब के पन्ने ही ग़ायब हों तो फिर क्या होगा? अगर इसके अध्यायों को भी पढ़ नहीं पाएं तो कहानी कैसे समझ में आएगी?
इस धरती के जियोलॉजिकल रिकॉर्ड के साथ ऐसा ही हुआ है. धरती पर मौजूद सबसे पुरानी और सबसे नई चट्टान की परतों के बीच बहुत बड़ा फ़ासला है. यानी कई पन्ने ग़ायब हैं.
यूनाइटेड स्टेट्स जियोफिजिकल यूनियन ( एजीयू) के मुताबिक फ़ासला एक हज़ार मिलियन साल का भी हो सकता है.