पूर्व सीईसी सुनील अरोड़ा ने 2019 लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाने वालों पर निशाना साधा
The Wire
60 से अधिक सेवानिवृत्त नौकरशाहों द्वारा साल 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर लिखे गए एक पत्र में कहा गया था कि यह बीते तीन दशकों में सबसे कम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव था. उस समय सुनील अरोड़ा तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त थे. इस पत्र में 2019 लोकसभा चुनाव के आयोजन में गंभीर विसंगतियों की ओर ध्यान आकर्षित किया गया था.
नई दिल्लीः पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने 15 अप्रैल को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक कार्यक्रम में उन आलोचकों को आड़े हाथों लिया, जिन्होंने चुनाव आयुक्त के पद पर रहते हुए उनकी निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे.
एबीवीपी भारतीय जनता पार्टी के वैचारिक स्रोत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा है.
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, नई दिल्ली में एबीवीपी से जुड़े एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में अरोड़ा ने 60 से अधिक सेवानिवृत्त नौकरशाहों द्वारा लिखे गए एक पत्र का उल्लेख किया, जिसमें कहा गया था कि बीते तीन दशकों में सबसे कम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव थे.
दरअसल इस पत्र में 2019 लोकसभा चुनाव के आयोजन में गंभीर विसंगतियों की ओर ध्यान आकर्षित किया गया था.