
पुतिन का तालिबान पर यह बयान क्या भारत के लिए झटका है?
BBC
मॉस्को फॉर्मैट के समापन के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बयान भारत के लिए असहज करने वाला क्यों बताया जा रहा है?
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि तालिबान को आतंकवादी संगठनों की लिस्ट से हटाना संभव है. लेकिन साथ में पुतिन ने ये भी कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र के स्तर से होना चाहिए.
पुतिन ने गुरुवार को इंटरनेशनल वलदाई डिक्कशन क्लब की समग्र बैठक में कहा, "ज़ाहिर है कि तालिबान के हाथ में ही पूरे अफ़ग़ानिस्तान का नियंत्रण है. हमें उम्मीद है कि तालिबान अफ़ग़ानिस्तान में सकारात्मक माहौल को सुनिश्चित करेगा. तालिबान को लेकर हमें सहमति से फ़ैसला लेना चाहिए. हम तालिबान को आतंकवादियों की लिस्ट से हटाने के फ़ैसले पर विचार करेंगे. हम इस फ़ैसले के क़रीब पहुँच रहे हैं."
पुतिन ने कहा कि रूस इस मामले में सावाधानी से आगे बढ़ रहा है. रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "लेकिन तालिबान को लेकर फ़ैसला प्रक्रिया के तहत होना चाहिए. जिस प्रक्रिया के तहत इसे आतंकवादियों की लिस्ट में डाला गया था, उसी प्रक्रिया के तहत उसे इस लिस्ट से बाहर निकालना चाहिए."
तालिबान को आतंकवादी संगठनों की लिस्ट से बाहर करने के मामले में पुतिन ने कहा कि इस प्रक्रिया में केवल रूस नहीं है. पुतिन ने कहा कि हम तालिबान के प्रतिनिधियों के साथ सहयोग कर रहे हैं. रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि तालिबान के प्रतिनिधियों को मॉस्को बुलाया और उनके साथ लगातार संपर्क में हैं.