पुतिन और पीटर द ग्रेटः 18वीं सदी के ज़ार से अपनी तुलना क्यों करते हैं रूस के नेता पुतिन
BBC
18वीं सदी के ज़ार को लेकर व्लादिमीर पुतिन की प्रशंसा तो जगज़ाहिर है लेकिन अब पुतिन अपने आप को भी ऐसा ही महान मानने लगे हैं.
18वीं सदी के ज़ार को लेकर व्लादिमीर पुतिन की प्रशंसा तो जगज़ाहिर है लेकिन अब पुतिन अपने आप को भी ऐसा ही महान मानने लगे हैं.
उन्होंने खुले तौर पर रूसी साम्राज्य के ज़ार रहे पीटर द ग्रेट से अपनी तुलना की है. पुतिन ने तीन सदी पहले पीटर के विस्तारवादी युद्धों की तुलना यूक्रेन पर रूस के हमले से की है. एक तरह से पुतिन ने अब तक के सबसे मज़बूत शब्दों में ये माना है कि उनका अपना युद्ध भी ज़मीन पर क़ब्ज़े के लिए ही है.
पुतिन की विस्तारवादी महत्वाकांक्षाएं ने यूक्रेन का नुकसान तो किया ही है, इससे इस्टोनिया जैसे पड़ोसी देश भी नाराज़ हो गए हैं. इस्टोनिया ने पुतिन कहा है कि पुतिन की टिप्पणी किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युवा वैज्ञानिकों और उद्यमियों से मुलाक़ात के दौरान ये टिप्पणी की है.
सूचना प्रौद्योगिकी और तकनीकी जगत की उपलब्धियों पर बात करने से पहले उन्होंने राजनीति और सत्ता पर बात की. उन्होंने उन नए संघर्षों पर बात की जिन्हें वो वैश्विक प्रभाव के लिए होता हुआ देखते हैं. अपनी टिप्पणी में उन्होंने चुनिंदा लोगों के सामने बोलते हुए कहा कि पीटर द ग्रेट एक अनुसरणीय व्यक्ति हैं जिनके नक़्शे क़दम पर चला जाना चाहिए.