पीएम मोदी के कृषि क़ानून वापस लेने के फ़ैसले पर विदेशी मीडिया में क्या छपा है?
BBC
विदेशी मीडिया में कृषि क़ानूनों को लेकर जारी विरोध-प्रदर्शन भी सुर्खियां बनते थे और अब पीएम मोदी ने तीनों विवादित क़ानूनों को वापस लिया तो इसे भी प्रमुखता से जगह दी गई है.
भारत में कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसानों के प्रदर्शन को राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी काफ़ी सुर्ख़ियां मिली थीं. कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका में तो बाक़ायदा इन क़ानूनों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन होते रहे हैं.
इन क़ानूनों के वापस लिए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद यह भी साफ़ था कि इसको अंतरराष्ट्रीय सुर्ख़ियां मिलेंगी.
शुक्रवार को जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 9 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए इन क़ानूनों को आगामी संसद सत्र मे वापस लेने की घोषणा की वैसे ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों ने इस ख़बर को प्रमुखता से अपनी वेबसाइट, अख़बार और टीवी पर जगह देनी शुरू कर दी.
अमेरिका के मीडिया समूह सीएनएन ने इसको लेकर ख़बर अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित की और इसका शीर्षक है 'एक साल से अधिक प्रदर्शनों के बाद भारत के प्रधानमंत्री मोदी विवादित कृषि क़ानूनों को वापस लेंगे.'