पाकिस्तान: हिंसक झड़प के बाद इमरान सरकार ने कट्टर इस्लामी दल पर प्रतिबंध लगाने का फ़ैसला किया
The Wire
तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान नामक संगठन के समर्थकों ने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून प्रकाशित करने के लिए फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के लिए इमरान ख़ान सरकार को 20 अप्रैल तक का समय दिया था. उससे पहले ही पुलिस ने पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिज़वी को गिरफ़्तार कर लिया, जिसके बाद संगठन ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जो हिंसक हो गए.
इस्लामाबाद/लाहौर: पाकिस्तान ने एक कट्टर इस्लामी पार्टी के समर्थकों की लगातार तीसरे दिन कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ झड़प के बाद बुधवार को आतंकवाद अधिनियम के तहत उस पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया. इन झड़पों के दौरान सात लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. गृह मंत्री शेख राशिद ने पत्रकारों से कहा कि तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) को 1997 के आतंकवाद रोधी अधिनियम के नियम 11-बी के तहत प्रतिबंधित किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘मैंने टीएलपी पर प्रतिबंध लगाने के लिए पंजाब सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.’ अहमद ने कहा कि बीते दो दिन में प्रदर्शनकारियों के साथ झड़पों में कम से कम दो पुलिस अधिकारियों की मौत हो चुकी है और 340 से अधिक घायल हुए हैं.More Related News