पाकिस्तान में क्यों नहीं रुक रहा हिंदू और ईसाई लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन?
BBC
धर्म परिवर्तन दबाव में या लालच देकर किया गया है या लड़की की मर्ज़ी से, अदालत में ये साबित करना मुश्किल होता है.
गीता कुमारी (बदला हुआ नाम) दो महीनों से पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अपने पैतृक गांव में, चाचा के साथ रह रही है. इससे पहले वो सिंध के एक दूसरे शहर, हैदाराबाद में अपने घर में रहती थीं. गीता को यहां भेजा गया है ताकि वो सुरक्षित महसूस कर सकें और अपने दर्द से उबर सकें. गीता का दावा है कि दो साल तक उन्हें अग़वा कर क़ैद में रखा गया था. उनके घूंघट से गीता का चेहरा साफ़ नहीं दिख रहा था. उन्होंने काले रंग की एक कमीज़ पहन रखी थी जिस पर फूल बने थे. उनकी चाल तेज़ थी लेकिन बोलने वक्त वो थोड़ा अटक रहीं थीं. गीता का दावा है कि उन्हें एक मुसलमान रिक्शा ड्राइवर ने क़रीब तीन साल पहले अगवा कर लिया था, जब वो अपने काम पर जा रहीं थीं. उन्हें बेहोशी की दवाइयां दी गईं और बेहोशी की हालत में ही कुछ कागज़ात पर उनके अंगूठे के निशान लिए गए.More Related News