पाकिस्तान: तहरीक़-ए-लब्बैक से निपटना इमरान सरकार के लिए कितना मुश्किल?
BBC
बीते दिनों तहरीक़-ए-लब्बैक के समर्थकों के प्रदर्शनों के कारण पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ. इस पार्टी ने इमरान ख़ान की सरकार के सामने नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं.
पिछले सप्ताह ईश निंदा विरोधी पार्टी तहरीक़-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के विरोध प्रदर्शनों और बंदी से देश की मुख्य सड़कों पर यातायात लगभग थम गया. देश में इस पार्टी के समर्थकों के प्रदर्शन से पहले से ही भारी संकट का सामना कर रही पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ. प्रदर्शनों के दौरान झड़पों में छह पुलिस वालों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हुए. जगह-जगह पुलिस और प्रदर्शनों के बीच होने वाली झड़पें लगभग एक सप्ताह तक चलती रहीं. पिछले साल के आख़िर से फ्रांस और पाकिस्तान के रिश्ते ख़राब हो चले हैं. दोनों देशों के संबंधों में दरार उसी वक्त से शुरू हो गई थी, जब पिछले साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने अपने देश के एक इतिहास शिक्षक को श्रद्धांजलि दी. अभिव्यक्ति की आज़ादी के विषय पर पढ़ाते वक्त शिक्षक ने कक्षा में छात्रों को पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था.More Related News