पाकिस्तान के उर्दू अख़बारों में भारत के कोरोना संकट क्या छप रहा?
BBC
अख़बार उम्मत ने लिखा है कि मोदी सरकार कोरोना के आँकड़ों को छुपा रही है और मरने वालों की संख्या 10 गुना ज़्यादा हो सकती है.
पाकिस्तान से छपने वाले उर्दू अख़बारों में इस हफ़्ते कोरोना के अलावा फ़्रांस के राजदूत को देश से वापस भेजे जाने का मुद्दा सबसे ज़्यादा सुर्ख़ियों में रहा. सबसे पहले बात कोरोना की. पाकिस्तान में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार की गाइडलाइन्स को पूरी तरह लागू करने के लिए सेना की मदद लेने का फ़ैसला किया गया है. अख़बार एक्सप्रेस के अनुसार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राब्ता कमिटी के साथ बैठक करने के बाद कहा कि "देश में कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं लेकिन अफ़सोस की बात है कि कोई भी नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (एनसीओसी) के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहा है, इसलिए हमने पुलिस और रेंजर्स के अलावा सेना से भी कहा है कि वो सड़कों पर आएं और कोरोना की गाइडलाइन्स पर अमल करवाएं." इमरान ख़ान ने कहा कि वो नहीं चाहते कि लॉकडाउन लागू किया जाए क्योंकि इससे देश की अर्थव्यवस्था को तो नुक़सान होता ही है लेकिन सबसे ज़्यादा परेशानी ग़रीबों और रोज़ाना मज़दूरी करके कमाने वालों को होती है.More Related News