![पाकिस्तान का भारत से एक दिन 'बड़ा' होने की कहानी](https://ichef.bbci.co.uk/news/1024/branded_hindi/12EE7/production/_113934577_gettyimages-1016465410.jpg)
पाकिस्तान का भारत से एक दिन 'बड़ा' होने की कहानी
BBC
दो देश जो एक साथ आज़ाद हुए हों, उनके स्वतंत्रता दिवस में एक दिन का अंतर कैसे आ गया? लॉर्ड माउंट बेटन 13 अगस्त 1947 को कराची आए और 14 अगस्त 1947 की सुबह पाकिस्तान की संविधान सभा को संबोधित किया.
पाकिस्तान को स्वतंत्र हुए सत्तर साल से अधिक का समय गुज़र चुका है. इस लंबे अरसे में हम अपने इतिहास के कितने ही हिस्सों से अनजान रहे. हम अपने स्वतंत्रता दिवस का आयोजन हर साल 14 अगस्त को और हमारे साथ स्वतंत्र होने वाला पड़ोसी देश भारत अपना यही आयोजन 15 अगस्त को मनाता है और हर साल ये सवाल उठता है कि दो देश जो एक साथ आज़ाद हुए हों, उनके स्वतंत्रता दिवस में एक दिन का अंतर कैसे आ गया? इस लेख में हमने इसी रहस्य को सुलझने की कोशिश की है. बुज़ुर्ग हमें बताते हैं कि पाकिस्तान रमज़ान की 27वीं रात को स्वतंत्र हुआ.और ये भी बताते हैं कि जिस दिन स्वतंत्र हुआ उस दिन अलविदा जुमा ( रमज़ान के महीने का आख़री शुक्रवार) का दिन था. फिर हमें बताया जाता है कि उस दिन 14 अगस्त 1947 की तारीख़ थी और हम अपने साथ आज़ाद होने वाले देश से 'एक दिन बड़े' हैं. लेकिन जब हम 1947 का कैलेंडर देखते हैं तो पता चलता है कि उस दिन तो गुरुवार था और हिजरी तारीख़ भी 27 नहीं बल्कि 26 रमज़ान थी. फिर हम पाकिस्तान के डाक टिकट देखते हैं जो पाकिस्तान की स्वतंत्रता के 11 महीने बाद 9 जुलाई 1948 को जारी हुए थे. इन टिकटों पर साफ़ तौर पर पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 छपा हुआ है.More Related News