पाकिस्तान का फैसला रविवार को होगा, इस्तीफा नहीं दूंगा... राष्ट्र के नाम संबोधन में बोले इमरान
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सभी की निगाहें इमरान के संबोधन पर टिकी हैं. बता दें कि इमरान सरकार के मंत्री और उनकी पार्टी PTI के नेता उनके इस्तीफे की अटकलों को खारिज करते आए हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आज गुरुवार को राष्ट्र के नाम संबोधन किया. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि पाकिस्तान के लिए आज फैसले की घड़ी है. आज मैं देश से लाइव बात कर रहा हूं. इमरान ने संबोधन के दौरान कहा कि पाकिस्तान मुझसे सिर्फ पांच साल बड़ा है. हम यहां की पहली जेनरेशन हैं. इमरान ने इस दौरान कहा कि पाकिस्तान का फैसला रविवार को होगा. संसद में वोटिंग होगी और तय होगा कि पाकिस्तान की सत्ता में कौन काबिज होगा. लेकिन जो लोग यह कह रहे हैं कि इमरान इस्तीफा देगा तो वो यह जान लें कि इमरान आखिरी बॉल तक मैदान पर डटा रहा है और डटा रहेगा. ये भी पढ़ें: इमरान ने फिर अलापा कश्मीर राग, 5 अगस्त की तारीख याद दिलाकर कही ये बात इमरान खान ने अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका का हिमायती बनना मुशर्रफ की बड़ी गलती थी. मैं आजाद विदेश नीति का पक्षधर हूं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ लड़ा और उसने ही प्रतिबंध लगा दिए. उन्होंने कहा कि मैं भारत या किसी और से विरोध नहीं चाहता. उन्होंने कहा कि हमारी फॉरेन पॉलिसी किसी के खिलाफ नहीं थी. मैंने पहली बार भारत के खिलाफ तब बोला जब भारत ने कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय कानून को 5 अगस्त 2019 को तोड़ा.ना मैं झुकूंगा और ना ही अपनी कौम को झुकने दूंगा: इमरान संबोधन के दौरान इमरान ने कहा कि जब से मैंने सत्ता संभाली, पहले ही दिन से मैंने ऐसी फॉरेन पॉलिसी बनाई जो पाकिस्तान के लोगों के लिए हो. पाकिस्तान के लोगों के लिए का मतलब ये नहीं है कि हम किसी और से दुश्मनी कर लें. इमरान खान ने अपने संबोधन के दौरान गुरुवार को कहा कि ना मैं झुकूंगा और ना ही अपनी कौम को झुकने दूंगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दहशतगर्दी के खिलाफ है. पाकिस्तान के कबाइली इलाकों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे कबाइली इलाकों को दूसरों से बेहतर जानते हैं.अमेरिका को मुझसे दिक्कत: इमरान इमरान खान ने कहा कि अमेरिका को मुझसे दिक्कत है, दूसरे दलों या नेताओं से नहीं है. अमेरिका ने रिश्ते खत्म करने की धमकी दी. इमरान ने कहा कि बाहरी लोगों ने यहां के लोगों के साथ मिलकर हमारी सरकार को गिराने की साजिश रची. उन्होंने कहा कि रूस जाने का फैसला हमारे अकेले का नहीं था. मेरे रूस जाने से अमेरिका नाराज हो गया.हमने मुल्क को नीचे जाते देखा: इमरान पाकिस्तान के लोगों को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि उन्होंने मुल्क को नीचे जाते देखा है. वॉर ऑन टेरर पर पाकिस्तान को जिल्लत देखनी पड़ी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान विदेशी ताकतों के सामने चीटियों की तरह रेंग रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी फॉरेन पॉलिसी आजाद होगी, इसका फायदा पाकिस्तान को होगा. उन्होंने कहा, 'मैं सभी मुल्कों को जानता हूं. मैं किसी देश के खिलाफ हो ही नहीं सकता. किसी और की लड़ाई के लिए हम पाकिस्तानयों को कुर्बान क्यों करें. हमने रूस के खिलाफ जेहाद किया, हमने मुजाहिद भेजे. रूस से युद्ध के बाद ने अमेरिका में हमारे ऊपर प्रतिबंध लगा दिए.ये भी पढ़ें: जो भी रिजल्ट हो...मैं वोटिंग देखूंगा, आखिरी गेंद तक मुकाबला करूंगासंबोधन से पहले बड़ी बैठक
संबोधन से पहले इमरान खान के घर पर राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की 37वीं बैठक हुई. इस बैठक में पाकिस्तान के रक्षामंत्री, ऊर्जा मंत्री, सूचना एवं प्रसारण मंत्री, गृहमंत्री, वित्त मंत्री, मानवाधिकार मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सहित कई मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे. अमेरिका पर पाकिस्तान की सियासत में दखलअदांजी का आरोप लगाने के बाद अब पाकिस्तान अमेरिका के खिलाफ राजनायिक विरोध दर्ज कराएगा. पाकिस्तान अमेरिका के शीर्ष अधिकारी को तलब करके अपना विरोध जताएगा. राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में यह फैसला किया गया.
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