'पहले नीतीश पलटूराम थे, अब उनके अधिकारी भी हो गए हैं', गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर बोला हमला
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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, पहले नीतीश पलटूराम थे, अब उनके अधिकारी भी हो गए हैं. गिरिराज सिंह ने कहा, नीतीश सरकार हताशा में है. साथ ही बिहार के सासाराम और नालंदा की घटना पर उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं बता रही हैं कि सैंया कोतवाल बन गए हैं. गिरिराज सिंह ने सवाल उठाए कि ताजिया पर पत्थर क्यों नहीं चलते. सिर्फ हिंदुओं की शोभा यात्रा पर पत्थर और तलवार चलते हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के बिहार दौरे पर हैं. अमित शाह के दौरे के पहले दिन गिरिराज सिंह ने उनसे मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला. गिरिराज सिंह ने कहा, पहले नीतीश पलटूराम थे, अब उनके अधिकारी भी हो गए हैं. गिरिराज सिंह ने कहा, नीतीश सरकार हताशा में है.
वे बोले, बिहार में मुसलमानों के लिए तुष्टिकरण की नीति अपनाई जा रही है. साथ ही बिहार के सासाराम और नालंदा की घटना पर उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं बता रही हैं कि सैंया कोतवाल बन गए हैं. गिरिराज सिंह ने सवाल उठाए कि ताजिया पर पत्थर क्यों नहीं चलते. सिर्फ हिंदुओं की शोभा यात्रा पर पत्थर और तलवार चलते हैं.
अश्विनी चौबे ने भी उठाए सवाल
इसके अलावा बिहार के सासाराम, नालंदा और बिहारशरीफ में हुई हिंसा को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने भी घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने कहा भी था कि ये सारी घटना अमित शाह की सभा को रोकने के लिए प्रायोजित है. राज्य सरकार की कमजोरी के कारण लोगों ने माहौल खराब किया है. राज्य सरकार ने 144 लागू कर बिहार की जनता में भ्रम फैलाया है. हम भविष्य में सासाराम में बड़ी रैली करेंगे. अश्विनी चौबे ने कहा कि बुद्ध के बिहार में बम बनाने का सूत्र बंट रहा है. चाणक्य की भूमि बिहार में आतंक फैलाने की कोशिश की जा रही है. ऐसे जंगलराज के सरकार को बिहार में स्थापित नही रहने देंगे. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार बेचारे और लाचार कुमार हैं. इनको कुछ पता नहीं रहता है.
आपको बता दें कि रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान पैदा हुए तनाव से बिहार के कुछ जिलों में बवाल मचा हुआ है. सासाराम में पथराव-आगजनी हुई. फिर नालंदा भी सुलग उठा. नालंदा में हालात और भी बिगड़े. पथराव के साथ फायरिंग भी हुई. 5 लोगों को गोली भी लगी. दोनों शहरों में पुलिस और एसटीएफ मौके पर मौजूद हैं. राज्य में तनाव की स्थिति बनी हुई है.
सासाराम में बम ब्लास्ट
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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