'पहले की सरकारें आतंकियों को च्यवनप्राश खिलाती थीं', PFI बैन पर बोलीं साध्वी प्राची
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साध्वी प्राची ने पीएफआई पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कुछ दुश्मन देश को दहलाने का काम कर रहे हैं. लेकिन सरकार के द्वारा दुश्मनों की नाक में नकेल डालने का काम किया गया है. साध्वी ने कहा कि पीएफआई के लोग देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे और युवाओं को गुमराह कर ट्रेनिंग दे रहे थे.
यूपी में अलीगढ़ के नूरपुर स्थित मंदिर में साध्वी प्राची हनुमान जी की मूर्ति स्थापना के लिए पहुंचीं. यहां उन्होंने PFI पर बैन के सवाल पर कहा कि केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और एनएसए अजीत डोभाल ही ये काम कर सकते हैं. पीएफआई पर 10 साल पहले बैन लग जाना चाहिए था, लेकिन पिछली सरकारें आतंकियों को च्यवनप्राश खिला रही थीं.
देश को दहलाने का काम कर रहे हैं दुश्मन साध्वी प्राची ने पीएफआई पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कुछ दुश्मन देश को दहलाने का काम कर रहे हैं. लेकिन सरकार के द्वारा दुश्मनों की नाक में नकेल डालने का काम किया गया है. साध्वी ने कहा कि पीएफआई के लोग देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे और युवाओं को गुमराह कर ट्रेनिंग दे रहे थे. यही कारण है कि पीएफआई पर 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है.
हिंदुओं को एकजुट होने की जरूरत इसके साथ ही साध्वी प्राची ने कहा कि हिंदू अपने बच्चों को अखाड़े में भेजें, तभी दुश्मन नेस्तनाबूद होगा. हिंदुओं को एकजुट होने की आवश्यकता है. इसके साथ ही साध्वी प्राची ने कहा कि अपने घर में भगत सिंह को पैदा करना होगा.
इंसान को मारने के लिए जारी करते हैं फतवे भाजपा नेता रूबी आसिफ अली पर फतवे जारी करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो लोग फतवे जारी करते हैं, वे केवल मारने की धमकी दे सकते हैं. किसी को जीवन नहीं दे सकते. फतवे जारी करने वालों की मानसिकता बन चुकी है. ये इंसान को मारने के लिए फतवे जारी करते हैं. किसी को जीवनदान देना इनके बस की बात नहीं है.
कजाकिस्तान में अजरबैजान एयरलाइंस का विमान पक्षी की टक्कर के बाद क्रैश हो गया, जिसमें 42 लोग मारे गए. विमान ने करीब एक घंटे तक लैंडिंग की कोशिश की लेकिन पायलट इसमें विफल रहे. इस बीच जीपीएस में गड़बड़ी की बात भी सामने आ रही है, लेकिन अभी स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है. खासकर ग्रोज्नी के पास जीपीएस जैमिंग का संदेह है.
अजरबैजान एयरलाइंस का एम्ब्रेयर E190AR विमान बाकू से रूस के चेचन्या जा रहा था. विमान में 67 लोग सवार थे, जिनमें से 42 लोगों की मौत हो गई. इस घटना में 25 लोग बचने में सफल रहे. स्थानीय अधिकारियों और घटनास्थल से प्राप्त वीडियो के मुताबिक, कैस्पियन सागर तट पर कजाकिस्तान के अक्तौ शहर के पास हुए विमान हादसे में पहले बचावकर्मियों की तत्परता से कई लोगों को बचा लिया गया.