![पश्चिम यूपी में क्या वाक़ई जाटों और मुसलमानों ने साथ मिलकर वोट किया है?- प्रेस रिव्यू](https://ichef.bbci.co.uk/news/1024/branded_hindi/16BFF/production/_123238139_gettyimages-1237422399.jpg)
पश्चिम यूपी में क्या वाक़ई जाटों और मुसलमानों ने साथ मिलकर वोट किया है?- प्रेस रिव्यू
BBC
पश्चिमी यूपी में पार्टियों का भविष्य ईवीएम में बंद हो चुका है लेकिन क्या यहाँ बीजेपी को हराने के लिए जाट और मुस्लिम एक साथ आए? पढ़िए आज का प्रेस रिव्यू
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है और यहाँ बीजेपी को नुक़सान होने की अटकलें लगाई जा रही हैं.
माना जा रहा है कि यहाँ जाट और मुस्लिम मतदाता मिलकर बीजेपी के लिए चुनौती बन सकते हैं. अंग्रेज़ी अख़बार द इकनॉमिक टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में इसी बात की पड़ताल की है. आज की प्रेस रिव्यू की लीड में इसी रिपोर्ट को पढ़िए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महीने पहले ही 80 बनाम 20 वाला विवादित बयान दिया था. लेकिन मेरठ में किराने की दुकान चलाने वाले 40 वर्षीय मोहम्मद शमीन का कहना है कि मेरठ में ये लड़ाई 60-40 की है.
वोटिंग के एक दिन पहले यानी 9 फ़रवरी को शमीन ने कहा, "शहर में करीब 40 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है और इन सबने समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन को वोट देने का फ़ैसला किया है. बीजेपी के पास यहाँ कोई मौक़ा नहीं है."
मेरठ में बीजेपी ने युवा नेता कमल दत्त शर्मा को मौक़ा दिया है, जिनका सामना सपा के मौजूदा विधायक रफ़ीक़ अंसारी से है. मेरठ ज़िले में सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं. ये मेरठ, मेरठ कैंट, मेरठ दक्षिण, सिवालख़ास, सरधाना, हस्तिनापुर और किथोड़ हैं. यहाँ 10 फ़रवरी को वोटिंग हुई और यूपी के पहले चरण में कुल 60.1 प्रतिशत मतदान हुआ.