पटना: 'आप जरा नियम जानो...बैठिए...' RJD एमएलसी पर उखड़ गए नीतीश कुमार
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कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने सवाल पूछा मगर उनके पूरक प्रश्न पूछने से पहले ही सुबोध राय अपनी सीट से खड़े हो गए और दूसरा पूरक प्रश्न पूछने लगे. सुबोध राय का ये रवैया नीतीश कुमार को नागवार गुजरा और वह आरजेडी एमएलसी पर उखड़ गए.
बिहार विधान परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक बार फिर से रौद्र रूप देखने को सामने मिला. सीएम नीतीश आरजेडी एमएलसी सुबोध राय पर जमकर बरसे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार विधानपरिषद की कार्यवाही में शामिल होने आए थे. इस दौरान नीतीश ने RJD एमएसली के बीच में बोलने से तंग आकर उन्होंने नियम-कानून जानने की सलाह दी. विधान परिषद में प्रश्नोत्तर काल के दौरान पूरक प्रश्न पूछने के मुद्दे को लेकर नीतीश कुमार ने सुबोध राय को जमकर लताड़ा. दरअसल, परिषद में प्रश्नोत्तर काल के दौरान कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने सवाल पूछा मगर उनके पूरक प्रश्न पूछने से पहले ही सुबोध राय अपनी सीट से खड़े हो गए और दूसरा पूरक प्रश्न पूछने लगे. सुबोध राय का यह रवैया नीतीश कुमार को नागवार गुजरा और वह आरजेडी एमएलसी पर उखड़ गए और सदन की नियमावली का पाठ पढ़ाया. नीतीश कुमार ने उनसे कहा “आप जरा नियम जानो..बैठिए..”महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.