पंडित जी यजमान को सुना रहे थे कथा, पड़ोसी ने तमंचे से मार दी गोली
AajTak
उत्तर प्रदेश के बांदा में कथा सुना रहे पंडित को यजमान के घर पुरानी रंजिश के चलते एक शख्स ने गोली मार दी. एसपी ऑफिस की ओर से बताया गया कि 28 मार्च को एक व्यक्ति ने कथा सुना रहे जगदीश प्रसाद द्विवेदी को अवैध तमंचे से गोली मार दी थी. इसमें वह घायल हुए थे. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
यूपी के बांदा में एक पंडित अपने यजमान के घर कथा सुना रहे थे. घर में भक्ति भाव से कार्यक्रम चल रहा था. तभी पुरानी रंजिश के चलते पड़ोसी ने अवैध तमंचे से पंडित को गोली मार दी. इसकी वजह से वह बुरी तरह घायल हो गए. उन्हें तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कराया गया.
प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया. बताया जा रहा है कि पंडित की हालत पहले से बेहतर है. उनकी जान खतरे से बाहर बताई जा रही है. इस मामले में पुलिस ने आरोपी को अवैध तमंचे के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
315 बोर अवैध तमंचा बरामद
थाना कमासिन के मवई गांव के रहने वाले पंडित जगदीश प्रसाद द्विवेदी जजमान कैलाश यादव के घर कथा सुना रहे थे. इसी दौरान पड़ोस के ही रहने वाले रामकिशोर यादव ने पुरानी रंजिश के चलते अवैध तमंचे से पंडित जगदीश को गोली मार दी.
इसके बाद वह मौके से फरार हो गया. एसपी अभिनंदन ने बताया कि आरोपी रामकिशोर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. उसके कब्जे से एक 315 बोर अवैध तमंचा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है.
एसपी अभिनंदन के मीडिया सेल ऑफिस ने बताया गया कि 28 मार्च को यजमान के घर कथा सुना रहे जगदीश प्रसाद द्विवेदी को एक व्यक्ति ने अवैध तमंचे से गोली मार दी थी, जिसमें वह घायल हुए थे. उनका इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. फिलहाल पीड़ित की हालत खतरे से बाहर है. मामले में केस दर्ज करके आरोपी को आज गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.
हिंदी साहित्य के विमर्श के दौरान आने वाले संकट और चुनौतियों को समझने और जानने की कोशिश की जाती है. हिंदी साहित्य में बड़े मामले, संकट और चुनने वाली चुनौतियाँ इन विमर्शों में निकली हैं. महत्वपूर्ण विचारकों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. हिंदी साहित्यकार चन्द्रकला त्रिपाठी ने कहा कि आज का विकास संवेदन की कमी से ज्यादा नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रेम के लिए वस्तुओं की तरफ झूक रहा है, लेकिन व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाता कम है. त्रिपाठी ने साहित्यकारों के सामने मौजूद बड़े संकट की चर्चा की. ये सभी महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बातों का केंद्र बनती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं.