न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन का अर्थ देश को निरंतर ध्रुवीकरण की स्थिति में रखना है: सोनिया गांधी
The Wire
पार्टी के चिंतन शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ का मतलब इतिहास को नए सिरे से सामने रखना, जवाहर लाल नेहरू जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को कमतर दिखाना, महात्मा गांधी के हत्यारे का महिमांडन करना है. संविधान के सिद्धांतों और न्याय, स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता जैसी बुनियादों को कमज़ोर करना है. भाजपा ने कहा कि सोनिया को कांग्रेस को पुनर्जीवित करने में ऊर्जा लगानी चाहिए, देश सुरक्षित हाथों में है.
उन्होंने राजस्थान के उदयपुर शहर में आयोजित कांग्रेस के तीन दिवसीय ‘नवसंकल्प चिंतिन शिविर’ की शुरुआत के मौके पर पार्टी में बड़े सुधारों के लिए ‘असाधारण फैसले’ करने पर जोर दिया और पार्टी नेताओं का आह्वान किया कि वे ‘विशाल सामूहिक प्रयासों के जरिये पार्टी में नई जान फूंकें, क्योंकि अब पार्टी का कर्ज उतारने का समय आ गया है.
उनके संबोधन के बाद कांग्रेस के चिंतन शिविर की शुरुआत हुई. उन्होंने कहा कि यह (चिंतन शिविर) राष्ट्रीय मुद्दों के बारे में एक चिंतन और हमारे पार्टी संगठन के बारे में एक सार्थक आत्म-चिंतन दोनों है.
सोनिया गांधी ने कहा, ‘चिंतिन शिविर हमें यह अवसर देता है कि हम देश के सामने खड़ी उन चुनौतियों पर चर्चा करें, जो भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की नीतियों का परिणाम हैं.’
उन्होंने कहा कि इस शिविर में राष्ट्रीय मुद्दों और संगठन पर ‘बोल्ड चिंतन’ और पार्टी एवं संगठन के बारे में सार्थक आत्मचिंतन होगा.