![नॉर्थ ईस्ट डायरीः त्रिपुरा हाईकोर्ट ने अल्पसंख्यकों पर कथित हमले पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी](http://thewirehindi.com/wp-content/uploads/2019/06/Tripura-High-Court.jpg)
नॉर्थ ईस्ट डायरीः त्रिपुरा हाईकोर्ट ने अल्पसंख्यकों पर कथित हमले पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी
The Wire
इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में त्रिपुरा, असम, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश के प्रमुख समाचार.
अगरतला/गुवाहाटी/कोहिमा/इम्फाल/शिलॉन्ग/ईटानगर: त्रिपुरा में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की खबरों के बीच त्रिपुरा हाईकोर्ट ने शुक्रवार को राज्य सरकार को इन घटनाओं पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. त्रिपुरा में हमारे मुसलमान भाइयों पर क्रूरता हो रही है। हिंदू के नाम पर नफ़रत व हिंसा करने वाले हिंदू नहीं, ढोंगी हैं।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत ने मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए चीफ जस्टिस इंद्रजीत महंती और जस्टिस सुभाशीष तलपात्रा ने त्रिपुरा सरकार से राज्य में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं और सोशल मीडिया पर की गई सांप्रदायिक पोस्ट को लेकर की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट 10 नवंबर तक दाखिल करने को कहा है. सरकार कब तक अंधी-बहरी होने का नाटक करती रहेगी? #TripuraRiots
त्रिपुरा हाईकोर्ट ने कहा, ‘हम राज्य को ऐसे सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश देते हैं, जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि इस तरह क झूठे, काल्पनिक और मनगढ़ंत खबरों, तस्वीरों या वीडियो को प्रसारित नहीं किया जाए और अगर इन्हें प्रसारित किया जाताा है तो इन्हें जल्द से जल्द हटाया जाए. हाईकोर्ट आज से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भी जिम्मेदारी से कार्य करने का आह्वान करता है. मीडिया को अपनी गतिविधियों के एक हिस्से के रूप में सच्चाई को प्रकाशित करने का पूरा अधिकार है लेकिन इसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने या झूठ फैलाने के लिए इस्तेमाल नहीं करने दिया जाना चाहिए.’ — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 28, 2021
हाईकोर्ट ने यह तब कहा, जब राज्य सरकार ने शुक्रवार को यह बताया कि धार्मिक स्थलों, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों से जुड़े स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है और फर्जी सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं.