नेपाल-भारत संबंध: ओली के कार्यकाल में आई खटास कम कर पाएँगे शेर बहादुर देउबा?
BBC
शेर बहादुर देउबा को सदन का विश्वास हासिल करना है. लेकिन उनके सत्ता संभालने के बाद भारत के साथ संबंधों को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है.
नेपाल में कई महीने से चल रही राजनीतिक उठापटक के बाद अब नेपाली कांग्रेस के नेता शेर बहादुर देउबा प्रधानमंत्री बने हैं. अभी उन्हें सदन का विश्वास हासिल करना है. लेकिन उनके सत्ता संभालने के बाद भारत के साथ संबंधों को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है. केपी शर्मा ओली के प्रधानमंत्री रहते दोनों देशों के रिश्ते काफ़ी उतार-चढ़ाव वाले रहे. लेकिन क्या शेर बहादुर देउबा रिश्तों में बेहतरी ला पाएँगे? अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार कहते हैं कि ये मान लेना कि सब कुछ ठीक हो जाएगा, जल्दबाज़ी होगी. क्योंकि अब भी नेपाल में राजनीतिक स्थिरता को लेकर कई सवाल बरकरार हैं. हालाँकि काठमांडू स्थित वरिष्ठ पत्रकार युवराज घिमिरे ये मानते हैं कि केपी शर्मा ओली और देउबा की कार्यशैली में काफ़ी अंतर है. यही विचार भारत और नेपाल के रिश्तों पर लंबे समय से नज़र रखने वालों का भी है. केपी ओली का भारत को लेकर जो रवैया रहा है, उस पर बहस होती रही है. लेकिन उनके इस रवैए ने आम नेपाली मतदाताओं के बीच उनकी पैठ को मज़बूत करने और उन्हें एक राष्ट्रवादी नेता के रूप में स्थापित करने में मदद की है, जानकार इससे इनकार नहीं करते.More Related News