नूपुर शर्मा मामलें में क्या बीजेपी बंट गई है?
BBC
एक ओर बीजेपी नूपुर शर्मा और नवीन ज़िंदल जैसे बड़े प्रवक्ताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई कर रही है. वहीं, बीजेपी समर्थक पार्टी के इस फ़ैसले का विरोध करते नज़र आ रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने पैग़ंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है.
इससे पहले मुंबई पुलिस भी आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर चुकी है.
इसी मामले में दर्ज एक अन्य एफ़आईआर में पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नवीन जिंदल, वरिष्ठ पत्रकार सबा नक़वी, शादाब चौहान, मौलाना मुफ़्ती नदीम, अब्दुर रहमान, गुलज़ार अंसारी, अनिल कुमार मीणा और हिंदू महासभा से जुड़ीं पूजा शकुन के ख़िलाफ़ आईपीसी की धाराओं 153, 295, 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बीजेपी ने अब तक इस मामले में जो कुछ किया है, उसके बाद बीजेपी समर्थकों और कार्यकर्ताओं में नाराज़गी और निराशा का भाव पैदा हो रहा है.
ऐसे में सवाल उठता है कि बीजेपी इस मुद्दे को लेकर असमंजस में क्यों है?