निर्भया के गुनहगार हों या नारायण हरि साकार... जिसका कोई नहीं, कोर्ट में उसका एपी सिंह होता है
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सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह अब हाथरस कांड में नारायण साकार हरि की तरफ से केस लड़ेंगे. एपी सिंह वो वकील हैं, जिनका नाम कई हाई प्रोफाइल केस में सामने आ चुका है. निर्भया के दोषियों से लेकर स्वामी चिन्मयानंद और चंद्रस्वामी तक का केस एपी सिंह लड़ चुके हैं.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई है. ये सत्संग नारायण साकार हरि का था. उनके अनुयायी उन्हें भोले बाबा बुलाते थे.
दो जुलाई को हाथरस के सिंकदराराउ इलाके के फुलराई गांव में भोले बाबा की सत्संग में भगदड़ मच गई थी. मामले में पुलिस एफआईआर दर्ज कर ली है. हालांकि, एफआईआर में बाबा का नाम दर्ज नहीं है. वहीं, भगदड़ मचने पर भोले बाबा ने असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है.
भोले बाबा ने बुधवार को एक बयान जारी कर बताया कि वो पहले ही वहां से निकल गए थे और कुछ असामाजिक तत्वों ने भगदड़ मचाई. बाबा ने ये भी बताया कि इस पूरे मामले में असामाजिक तत्वों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह यानी अजय प्रकाश सिंह पैरवी करेंगे.
ये एपी सिंह वही वकील हैं, जिन्होंने निर्भया के दोषियों की भी पैरवी की थी. चार साल पहले हाथरस में हुए रेप के मामले के आरोपियों के वकील भी एपी सिंह ही थे. एपी सिंह का नाम कुछ सालों से चर्चा में बना हुआ है. उन्होंने बीते कुछ सालों में कई हाई प्रोफाइल केस में आरोपियों की तरफ से लड़ चुके हैं.
पहले केस में की थी विवादित बाबा की पैरवी
1972 में दिल्ली में जन्मे एपी सिंह 24 साल से वकालत कर रहे हैं. लखनऊ यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई करने के बाद एपी सिंह ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से क्रिमिनोलॉजी से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की थी.
एलजी सचिवालय के मुताबिक एलजी वीके सक्सेना ने भ्रष्टाचार निवारण (पीओसी) अधिनियम, 1998 की धारा 17 ए के तहत मामले को केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजने की सतर्कता निदेशालय (डीओवी) की सिफारिश से सहमति जताई है. सत्येंद्र जैन की जांच के लिए भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) को अधिकृत करने के लिए इस रेफरल की आवश्यकता है.