ना फायर, ना सुरक्षा का बंदोबस्त, फिर भी बिल्डिंग में चल रहे थे कोचिंग सेंटर, मुखर्जी नगर आग मामले में पुलिस का खुलासा
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दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में लगी आग के बारे में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस FIR में पता चला है कि बिल्डिंग में आग बुझाने के उपकरण नहीं थे और छत पर बने टैंक में पानी भी नहीं था. इमारत में लगे अग्निशमन हाइड्रेंट पुराने लगे थे, जो काम करने की स्थिति में नहीं थे.
दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग में आग लगने का मामला गरमा गया है. एक दिन पहले ही दिल्ली हाई कोर्ट ने स्थानीय अथॉरिटी से जवाब मांगा है. इस बीच, इस मामले में दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की है, जिसमें कई बड़े चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं और बिल्डिंग को लेकर बड़ी लापरवाही बरतने जाने की जानकारी सामने आई है.
FIR में दिल्ली पुलिस ने दावा किया है...
- घटनास्थल भंडारी भवन (बत्रा कॉम्पलेक्स) मुखर्जी नगर का निरीक्षण किया और पाया कि भवन में फायर से लेकर सुरक्षा तक से संबंधित पर्याप्त उपाय नहीं किए गए हैं. - भवन की छत पर लगी टंकी में पानी नहीं था. - भवन में लगे फायर हाइड्रेंट पुराने प्रतीत हो रहे हैं. चालू हालत में नहीं हैं. - भवन में स्मोक डिटेक्टर भी नहीं लगे हुए हैं. - भवन मालिक नरेंद्र कुमार और कोचिंग सेंटर के मालिक शिवेश मिश्रा और एसएस भारती ने फायर से लेकर सुरक्षा तक के पर्याप्त उपाय नहीं किए और कोचिंग क्लासेज चलाकर प्रथम दृष्टया अपराध किया है. इन सभी पर धारा 336, 337, 338, 120बी, 34, के तहत कार्रवाई की गई है.
ना इमरजेंसी एग्जिट, ना आग बुझाने का इंतजाम... मुखर्जी नगर के कोचिंग सेंटर में आगजनी से उठ रहे कई सवाल
- पुलिस ने यह भी कहा कि अस्पताल में इलाज के बाद कुछ लोग वहां से जा चुके थे. कुछ इलाज करवा रहे थे, जिस कारण उनके बयान नहीं लिए जा सके. - FIR के मुताबिक, बिल्डिंग के दूसरे और तीसरे मंजिले पर आग का धुंआ पाया गया. भवन से निकाले गए बच्चों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया. -बिल्डिंग के पहले फ्लोर पर भारती कंसेप्ट मैथमेटिक कोचिंग सेंटर का ऑफिस है. दूसरे फ्लोर पर स्टूडेंट्स के लिए लाइब्रेरी है. यहां वो बैठकर पढ़ाई करते हैं. तीसरे और चौथे फ्लोर पर संस्कृति आईएएस कोचिंग सेंटर का ऑफिस/क्लासरूम है. - घटना के वक्त आग लगने से बिल्डिंग में मौजूद स्टूडेंट्स घबरा गए और अलग-अलग फ्लोर से कूदने लगे थे, जिस कारण उन्हें चोटें आई हैं.
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