नारीवादी महिला की शादी का ये इश्तिहार छपते ही वायरल हो गया
BBC
इस विज्ञापन में ऐसी क्या बात थी और इसे प्रकाशित कराने वालों को किस तरह की प्रतिक्रिया मिलीं, पढ़िए
भारत में नारीवादी कार्यकर्ता आमतौर पर अख़बारों के वैवाहिक विज्ञापनों के ज़रिए जीवनसाथी की तलाश नहीं करती हैं. वैवाहिक विज्ञापन अमूमन जातियों और धर्म के आधार पर वर्गीकृत होते हैं और उनमें त्वचा के रंग, ऊंचाई शक्ल के बारे में बताया जाता है. कई विज्ञापनों में तो आय और पारिवारिक समृद्धि की शेखी भी बघारी जाती है. पिछले सप्ताह जब अख़बार में एक 'छोटे बालों और छिदे जिस्म का जिक्र करने वाली वैचारिक नारीवादी लड़की' के लिए ऐसे अमीर दूल्हे की तलाश में विज्ञापन प्रकाशित हुआ जो 'अमीर हो, हैंडसम हो, महिलावादी हों और पादता और डकार न लेता हो' तो ये तुरंत वायरल हो गया. कॉमेडियन अदिति मित्तल ने इस विज्ञापन को ट्विटर पर पोस्ट करते हुए सवाल पूछा कि उनकी तरफ से ये विज्ञापन किसने पोस्ट किया है? अदिति के ट्वीट पर कई लोगों ने प्रतिक्रियाएं दीं जिनमें फ़िल्म कलाकार रिचा चड्ढा भी शामिल हैं.More Related News