नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ आंदोलन को पुनर्जीवित किया जाएगा: अखिल गोगोई
The Wire
असम के शिवसागर से विधायक अखिल गोगोई जेल से छूटने के बाद पहली बार अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया. गोगोई ने विशेष एनआईए अदालत द्वारा जांच एजेंसी की ओर से लगाए गए सभी आरोपों से उन्हें बरी करने को ‘ऐतिहासिक’ क़रार देते हुए कहा कि उनका मामला सबूत है कि यूएपीए और एनआईए अधिनियम का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया जा रहा हैं. उन्होंने एनआईए को भाजपा नीत केंद्र सरकार का ‘राजनीतिक हथियार’ भी क़रार दिया है.
गुवाहाटी: असम के निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ आंदोलन को पुनर्जीवित किया जाएगा और वह विकास के लिए आंदोलन जारी रखेंगे. जेल से रिहा होने के एक दिन बाद गोगोई ने दावा किया कि जब वह जेल में बंद थे तब आंदोलन के नेताओं ने राज्य के लोगों को धोखा दिया. बीते दिनों विशेष एनआईए अदालत ने शिवसागर से विधायक अखिल गोगोई और उनके तीन साथियों को दिसंबर 2019 में असम में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक आंदोलन में कथित भूमिका के लिए यूएपीए के तहत सभी आरोपों से बरी कर दिया है. गोगोई और उनके साथी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून, 1967 के तहत दो मामलों में आरोपी थे. निर्दलीय विधायक और उनके दो अन्य साथियों को पहले मामले में 22 जून को आरोपों से मुक्त कर दिया गया था.More Related News