नहीं हुई नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति तो... येदियुरप्पा से बोले कर्नाटक बीजेपी विधायक, बिना LoP नहीं अटेंड करें विधानसभा सत्र
AajTak
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव का रण कांग्रेस ने जीता था, लेकिन इसके बाद से बीजेपी में आंतरिक तौर पर सबकुछ ठीक न होने की खबरें सामने आई थीं. नतीजन राज्य में सरकार बन गई और विधानसभा का सत्र भी हो लिया, लेकिन बीजेपी अब तक नेता प्रतिपक्ष नहीं तय कर पाई है. विधायकों ने कहा कि सत्र से पहले LoP की नियुक्ति नहीं की जाती है तो वे बेलगावी शीतकालीन विधानसभा सत्र में शामिल नहीं होंगे.
मंगलवार को बीजेपी बेंगलुरु कार्यालय में बीएस येदियुरप्पा की अध्यक्षता में बीजेपी की आंतरिक बैठक हुई. इस दौरान विपक्ष के नेता की नियुक्ति नहीं करने का मुद्दा उठा. इस मामले पर अपनी निराशा और हताशा व्यक्त करते हुए, बीजेपी विधायकों ने एक कदम आगे बढ़कर येदियुरप्पा से कहा कि अगर, सत्र से पहले LoP की नियुक्ति नहीं की जाती है तो वे बेलगावी शीतकालीन विधानसभा सत्र में शामिल नहीं होंगे. बीजेपी सूत्र के मुताबिक, "बैठक में एक विधायक ने कहा कि वे विपक्ष के नेता के बिना विधानसभा सत्र में शामिल नहीं होंगे."
विधायकों ने कहा कि अभी तक कोई विपक्षी नेता नहीं होने को लेकर कांग्रेस के लगातार हमलों से वे शर्मिंदा हैं. उनके पास देने के लिए कोई जवाब नहीं है. प्रेस वार्ता के दौरान, फॉर्मर सीएम येदियुरप्पा ने कहा, "बेलगावी विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष का एक नेता सुनिश्चित करने के लिए हमारी ओर से सभी प्रयास किए जाएंगे. अंततः, यह हाईकमान पर छोड़ दिया गया है."
बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव का रण कांग्रेस ने जीता था, लेकिन इसके बाद से बीजेपी में आंतरिक तौर पर सबकुछ ठीक न होने की खबरें सामने आई थीं. नतीजन राज्य में सरकार बन गई और विधानसभा का सत्र भी हो लिया, लेकिन बीजेपी अब तक नेता प्रतिपक्ष नहीं तय कर पाई है. बल्कि बीते सत्र में तो बीजेपी बिना नेता प्रतिपक्ष के ही शामिल हुई थी. अब आगामी समय में विधानसभा का शीतकालीन सत्र होने वाला है, लेकिन इससे पहले ही विधायक नेता प्रतिपक्ष का नाम तय करने की मांग उठा रहे हैं. उनका कहना है कि कांग्रेस लगातार उनपर हमलावर है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष न होने के कारण वह कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
बता दें कि चुनाव नतीजों के बाद से अलाकमान ने इसको लेकर चर्चा कर दी थी कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नलीन कुमार कतील का कार्यकाल समाप्त हुए करीब एक साल हो गया उनकी जगह नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए लेकिन पार्टी हाईकमान अभी तक नए प्रदेश अध्यक्ष पर फैसला नहीं कर पाई हैं. तमाम कोशिशों के बाद भी कर्नाटक के अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष का नाम घोषित नहीं किया गया.
आखिरी बार जब दिल्ली की हवा 'खराब' श्रेणी में थी, वह 30 अक्टूबर था. इसका मतलब यह है कि पिछले 25 दिनों से दिल्ली की हवा 'बहुत खराब' या उससे भी खराब श्रेणी में रही है. अब तक के 24 दिनों में से, 16 दिनों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रही, 6 दिनों में 'गंभीर' श्रेणी में और 2 दिनों में 'गंभीर प्लस' श्रेणी में.
महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश चुनाव में जीत के शिल्पकार PM मोदी रहे, जिन्होंने अपनी नीतियों, रणनीतियों और राजनीतिक दृष्टिकोण के दम पर विजय को महाविजय में बदल दिया. उन्होंने विरोधियों की हर चाल को बेअसर करके जनता में काम की गारंटी का विश्वास पैदा किया. मोदी मैजिक ने लोकसभा चुनावों के बाद उपजे निराशा के माहौल को उत्सव में बदल दिया.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लाड़ली बहना योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की. उन्होंने महिलाओं के प्रति आभार व्यक्त किया और नई सरकार की महिला हित में काम करने की नीति की घोषणा की. यह योजना मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लागू की गई योजना के आधार पर चलाई गई है. देखें VIDEO
शीतकालीन सत्र से पहले केंद्र सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, विपक्ष ने उठाया अडानी और मणिपुर का मुद्दा
गौतम अडानी से जुड़े मुद्दे को उठाने की विपक्ष की मांग पर एक सवाल का जवाब देते हुए रिजिजू ने कहा कि सदनों की संबंधित कार्य सलाहकार समितियां लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा अध्यक्ष की सहमति से संसद में चर्चा किए जाने वाले मामलों पर निर्णय लेंगी. बैठक में कांग्रेस सदस्यों ने अडानी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों के साथ-साथ मणिपुर की स्थिति का मुद्दा उठाया.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सभी को हैरान कर दिया है. इन नतीजों के चलते राजनीतिक समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं. बीजेपी का यूपी में प्रदर्शन बेहतरीन रहा है, जो पार्टी के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है. इसी के साथ बिहार और असम में एनडीए की जीत ने पार्टी की खुशियों में इजाफा किया है. इस परिणाम ने राजनीतिक विश्लेषकों को भी नई चर्चाओं में ला खड़ा किया है.