धनंजय और अनंत सिंह को मिली जमानत के बाद तो केजरीवाल की भी उम्मीदें बढ़ जानी चाहिए
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दिल्ली में 25 अप्रैल को वोटिंग है, और मुमकिन है अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के लिए कैंपेन करते नजर आयें. ऐसी संभावना इसलिए है, क्योंकि जब धनंजय सिंह और अनंत सिंह जैसे बाहुबली नेता अपने इलाके में वोटिंग से पहले जेल से बाहर आ सकते हैं, तो अरविंद केजरीवाल तो अब भी दिल्ली के चुने हुए मुख्यमंत्री हैं.
अरविंद केजरीवाल के लिए 7 मई का दिन राहत भरा हो सकता है. अरविंद केजरीवाल की जमानत को लेकर सुप्रीम कोर्ट की एक टिप्पणी के बाद ऐसी संभावना बन रही है. ऐन उसी वक्त सुप्रीम कोर्ट ने ये भी साफ कर दिया था कि अंतरिम जमानत पर सुनवाई होगी, लेकिन उसे मंजूर भी किया जाएगा ऐसी कोई गारंटी नहीं है. और ये भी है कि प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से जमानत का विरोध भी किया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट चुनाव के चलते अरविंद केजरीवाल की अतंरिम जमानत पर विचार करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने ED से कहा है कि सुनवाई के दौरान अंतरिम जमानत की शर्तें भी बताई जाए, क्योंकि अदालत अंतरिम जमानत देने - या न देने पर फैसला करना है. सुप्रीम कोर्ट में 7 मई को सुबह 10.30 बजे सुनवाई होगी.
अगर अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत मंजूर कर ली जाती है, तो वो दिल्ली में वोटिंग से पहले बाहर आकर चुनाव कैंपेन भी कर सकते हैं. अरविंद केजरीवाल का नाम 40 नेताओं की स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सबसे ऊपर है, और उनके बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल स्टार प्रचारक नंबर 2 हैं. केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता के अलावा स्टार प्रचारकों की सूची में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राघव चड्ढा और मनीष सिसोदिया के नाम भी शामिल हैं.
सुनीता केजरीवाल दिल्ली में तो रोड शो कर ही रही हैं, 9 और 10 मई को पंजाब में लुधियाना, जालंधर और अमृतसर से आप के उम्मीदवारों के लिए वोट मांग सकती हैं. दिल्ली में तो आप ने कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन किया है, लेकिन पंजाब में पार्टी अकेले सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
चुनावी रैलियों और रोड शो में सुनीता केजरीवाल लोगों से कह रही हैं कि अरविंद केजरीवाल की आवाज को दबाने के लिए चुनाव से ठीक पहले उनको जेल में डाल दिया गया. वो लोगों से गर्मी की परवाह किये बगैर 'जेल का जवाब वोट से' देने की अपील कर रही हैं. कहती हैं, तानाशाही चरम पर है, कृपया देश को बचायें.
लगे हाथ सुनीता केजरीवाल सवाल भी उठा रही हैं, आपके मुख्यमंत्री और मेरे पति को जेल में डाल दिया गया है... किसी भी अदालत ने उनको दोषी नहीं ठहराया है... वे कह रहे हैं कि जांच चल रही है... अगर जांच 10 साल तक चलेगी, तो क्या वे 10 साल तक जेल में रखेंगे?
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