द कश्मीर फाइल्स ने हिंदुत्ववादियों को मुस्लिमों के ख़िलाफ़ ज़हर उगलने का बहाना दे दिया है
The Wire
सिनेमाघरों में द कश्मीर फाइल्स देखने वालों के नारेबाज़ी और सांप्रदायिक जोश से भरे वीडियो तात्कालिक भावनाओं की अभिव्यक्ति लगते हैं, लेकिन ऐसे कई वीडियो की पड़ताल में कट्टर हिंदुत्ववादी कार्यकर्ताओं और संगठनों की भूमिका स्पष्ट तौर पर सामने आती है.
नई दिल्ली: करीब दो सप्ताह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भारतीय जनता पार्टी के उन नेताओं की सूची में शामिल हो गए, जिन्होंने निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की विवादास्पद नई फिल्म द कश्मीर फाइल्स का समर्थन और प्रचार किया है.
मोदी ने दावा किया कि फिल्म ने कश्मीरी पंडित समुदाय के खिलाफ हिंसा के बारे में सच्चाई को दिखाया है, साथ ही उन्होंने गुमनाम लोगों पर इसके कंटेंट को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया.
जहां आलोचकों ने वास्तव में कश्मीर मुद्दे पर फिल्म के दृष्टिकोण पर सवाल उठाया है, वहीं अधिक चिंता की बात वो रवैया है, जो संघ परिवार और भाजपा कार्यकर्ताओं-नेताओं द्वारा बड़े पैमाने पर मुस्लिम विरोधी नफरत को भड़काने के लिए फिल्म को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए अख्तियार किया जा रहा है.
फिल्म के सिनेमाघरों में आने के शुरुआती हफ़्तों में वहां से आक्रामक युवकों के हिंसा भड़काने और मुसलमानों के बहिष्कार का आह्वान करने वाले कई वीडियो सामने आए हैं. इनमें से कुछ वीडियो को भाजपा नेताओं द्वारा लोकप्रिय बनाया गया है, संभवत: यह इशारा करने के लिए कि फिल्म ने आम हिंदुओं को छुआ है.