'द कश्मीर फ़ाइल्स' पर उमर अब्दुल्ला ने क्यों किया अपने पिता फ़ारूक़ अब्दुल्ला का ज़िक्र
BBC
फिल्म का समर्थन करने वाले लोगों का कहना है कि इस फिल्म ने कश्मीरी पंडितों के दर्द को पर्दे पर उतारा है, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि फिल्म में सिर्फ कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार की कहानी दिखाई गई है और दूसरे पक्ष को पर्दे से हटा दिया गया है. साथ ही फिल्म के जरिए पूरे मुस्लिम समाज पर सवाल उठाए गए हैं.
वो क्या मजबूरी थी कि साल 1990 में कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ना पड़ा? वे कौन लोग थे जिनके कारण लोगों को बेघर होना पड़ा? क्या सिर्फ एक ही धर्म के लोगों ने कश्मीर छोड़ा? इन सब सवालों पर पिछले 32 सालों में बहुत कुछ लिखा-बोला गया है.
लेकिन फिल्म 'द कश्मीर फ़ाइल्स' के बाद कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार की कहानी पर तीखी बहस शुरू हो गई है. सिनेमा से लेकर राजनीतिक गलियारों तक में फिल्म चर्चा का केंद्र बनी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक फिल्म की तारीफ कर चुके हैं.
'द कश्मीर फ़ाइल्स' का निर्देशन विवेक अग्निहोत्री ने किया है जिसमें अनुपम खेर मुख्य भूमिका में हैं.
फिल्म का समर्थन करने वाले लोगों का कहना है कि इस फिल्म ने कश्मीरी पंडितों के दर्द को पर्दे पर उतारा है, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि फिल्म में सिर्फ कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार की कहानी दिखाई गई है और दूसरे पक्ष को पर्दे से हटा दिया गया है. साथ ही फिल्म के जरिए पूरे मुस्लिम समाज पर सवाल उठाए गए हैं.
अब ऐसा ही एक बयान जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने दिया है. 'द कश्मीर फ़ाइल्स' पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि फिल्म में तरह तरह के झूठ दिखाए गए हैं.