![दोस्ती, गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग... दिल दहला देगी दरिंदगी का शिकार बनी इन दो महिलाओं की दर्दनाक कहानी](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202404/6613b0ddadbba-abha-085452555-16x9.jpg)
दोस्ती, गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग... दिल दहला देगी दरिंदगी का शिकार बनी इन दो महिलाओं की दर्दनाक कहानी
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बस में आते जाते तीन लड़कों से स्वाति की दोस्ती हो जाती है. फिर एक रोज़ मौका मिलते ही तीनों स्वाति के साथ दरिंदगी करते हैं. और इस दौरान मोबाइल पर उन पलों को रिकॉर्ड भी कर लेते हैं. ताकि स्वाति पुलिस या घरवालों से इस बारे में कुछ ना बता सके.
Rajasthan Gangrape & Suicide Case: ऊपर तस्वीर में एक ऐसी रेप पीड़िता है, कायदे से जिसका चेहरा छुपाने की जरूरत नहीं थी. लेकिन क्या करें? क़ानून आड़े आ रहा था. कानून भी अजीब है. रेप की शिकार लड़कियों और औरतों के चेहरे को छुपाता है. और रेप करने वालों को बचाता है. या फिर खुद ही उनके चेहरे छुपा देता है. ये तस्वीर राजस्थान की रहनेवाली 18 साल की आभा की है. जिसने कुछ रोज पहले अपने सामने मीडिया के तमाम माइक रख कर कानून के मुंह पर तमाचा मारा था. लेकिन अफसोस ना अब उसे कानून से कोई शिकायत है, ना पुलिस से नफरत. साथ ही कानून और पुलिस को भी अब डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आभा अब कभी नहीं बोलेगी. क्योंकि अब वो हमेशा-हमेशा के लिए खामोश हो चुकी है.
पुलिस थाने पर गांववालों का धरना तमाम मीडिया वालों को बुला कर अपनी आखिरी बात कहने के कुछ घंटे बाद ही आभा ने खुद अपनी जिंदगी खत्म कर ली. आभा के जीते जी उसकी जो बात किसी ने नहीं सुनी, लेकिन अब उसकी कहानी सामने आने पर हंगामा बरपा है. जो आभा जीते जी अपने और अपनी भाभी के लिए इंसाफ मांग रही थी. अब उसी लेटी हुई खामोश आभा को इंसाफ दिलाने के लिए उसकी अर्थी के साथ पूरा गांव इस वक्त एक पुलिस स्टेशन के बाहर बैठा है. आभा भले ही मर चुकी है, लेकिन मौत के बाद भी उसकी लाश के इर्द गिर्द से उठता शोर अब भी गूंगे बहरे कानून और इंसाफ को झकझोरने और जगाने की कोशिश कर रही है.
फिल्मी कहानी बनी हकीकत साल 2017 में एक फिल्म आई थी 'काबिल'. इस फिल्म के हीरो और हिरोईन यानी ऋतिक रोशन और यामी गौतम का किरदार नेत्रहीन था. फिल्म में एक कॉर्पोरेटर का बेटा यामी के किरदार का रेप करता है. ऋतिक और यामी थाने जाकर रिपोर्ट लिखाते हैं. लेकिन पुलिस कुछ नहीं करती. इसके बाद हौसला बढ़ता है तो कॉर्पोरेटर का बेटा दोबारा यामी के घर में घुस कर उसका रेप करता है. अब कानून और सिस्टम से हार चुकी यामी की किरदार खुदकुशी कर लेती है.
दो मौत और सिस्टम की नाकामी बस यूं समझ लीजिए कि आभा की कहानी इससे कुछ अलग नहीं है. बस, फर्क इतना है कि इस कहानी में कानून अंधा निकला. और इसी अंधे कानून की वजह से दो लोगों को खुदकुशी करनी पड़ी. जी हां, आभा से पहले उसकी भाभी स्वाति को भी जब कानून और पुलिस से उसके सुलगते सवालों के जवाब नहीं मिले, तो वो खुद ही जिंदा आग में जल उठी. ये कहानी सिर्फ दो मौत की कहानी नहीं है, बल्कि ये खाकी, खादी, कानून, इंसाफ, सिस्टम हरेक के मुंह पर एक झन्नाटेदार थप्पड़ है. तो चलिए जीते जी आभा की, जिस कहानी को उसकी तमाम कोशिशों के बावजूद कोई नहीं सुन पाया, आज हम सब सुनते हैं.
आभा ने मीडिया को सुनाई थी आपबीती बात सिर्फ दो दिन पहले तीन अप्रैल की सुबह की है. राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ इलाक़े में आज तक के संवाददाता हरनेक सिंह को एक फोन आता है. फोन आभा नाम की लड़की ने किया था. उसने गुजारिश करते हुए कहा कि उसे मीडिया के जरिए कुछ कहना है. हरनेक सिंह तीन और चैनल के रिपोर्टर के साथ आभा के घर पहुंच जाते हैं. वहां आभा अपनी कहानी सुनाती है.
मंत्री के रिश्तेदार समेत तीन युवकों ने लूटी अस्मत इस कहानी की शुरुआत साल भर पहले होती है. आभा की भाभी स्वाति कॉलेज में पढ़ रही थी. घर से कॉलेज वो बस से जाया करती थी. उसी बस में तीन और लड़के अपने कॉलेज जाया करते थे. इन लड़कों के नाम हैं अशोक, लालचंद और श्योचंद. इनमें से श्योचंद राजस्थान के कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा का रिश्तेदार है. बस में आते जाते तीनों लड़कों से स्वाति की दोस्ती हो जाती है. फिर एक रोज़ मौका मिलते ही तीनों स्वाति के साथ जबरदस्ती करते हैं. और इस दौरान मोबाइल पर उन पलों को रिकॉर्ड भी कर लेते हैं. ताकि स्वाति पुलिस या घरवालों से इस बारे में कुछ ना कहे.
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दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में बीजेपी को बड़ी जीत मिलने के संकेत मिल रहे हैं. आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचार के आरोपों और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सर्वे के अनुसार बीजेपी को 50 से अधिक सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि आम आदमी पार्टी 20 से कम सीटों पर सिमट सकती है.
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