'देश में अराजकता फैलाने का मकसद...', 7 पॉइंट में समझिए पुलिस ने क्यों मांगी संसद कांड के आरोपियों की कस्टडी
AajTak
पुलिस ने कोर्ट में बताया कि, आरोपी ललित ने आगे खुलासा किया है कि वह देश में अराजकता पैदा करना चाहता था, ताकि वे सरकार को अपने अन्यायपूर्ण और अवैध तरीके से मिलने के लिए मजबूर कर सकें. उसने सभी आरोपियों के फोन ले लिए ताकि उनके खिलाफ सबूत नष्ट किए जा सकें और इस हमले के पीछे की बड़ी साजिश को छुपाया जा सके.
संसद भवन में स्मोक अटैक मामले में आरोपी ललित झा को पटियाला हाउस कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कोर्ट को बताया कि, 14 दिसंबर की रात आरोपी ललित झा ने स्थानीय पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था और बाद में उसे स्पेशल सेल को सौंप दिया गया. आरोपी ललित झा को दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. यहां कोर्ट ने उसे 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. ललित से पहले अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस ने कोर्ट में बताया कि, आरोपी ललित ने आगे खुलासा किया है कि वह देश में अराजकता पैदा करना चाहता था, ताकि वे सरकार को अपने अन्यायपूर्ण और अवैध तरीके से मिलने के लिए मजबूर कर सकें. उसने सभी आरोपियों के फोन ले लिए ताकि उनके खिलाफ सबूत नष्ट किए जा सकें और इस हमले के पीछे की बड़ी साजिश को छुपाया जा सके, अब उसने खुलासा किया कि उसने अपना फोन जयपुर से दिल्ली के रास्ते में फेंक दिया था.
अदालत ने नियुक्त किया वकील बता दें कि शुक्रवार की शाम दिल्ली पुलिस संसद में स्मोक अटैक मामले में आरोपी ललित झा को पटियाला हाउस कोर्ट में लेकर पहुंची थी. यहां अदालत ने ललित के लिए एक वकील नियुक्त किया. बतौर वकील एडीवी उमाकांत कटारिया इसके लिए नियुक्त हुए हैं. उन्हें ही अन्य आरोपियों के लिए भी वकील नियुक्त किया गया था.
कोर्ट में बहस के दौरान क्या बोली पुलिस कोर्ट में बहस के दौरान दिल्ली पुलिस ने कहा कि ललित झा मास्टर माइंड है इसलिए इसकी कस्टडी चाहिए कि पता करना है कि इस साजिश के पीछे कितने लोग थे. दिल्ली पुलिस ने कहा कि सबूतों को इकट्ठा करने के लिए कई राज्य जाना है. साजिश में इस्तेमाल हुए मोबाइल भी रिकवर करने हैं. दिल्ली पुलिस के वकील ने कोर्ट में कहा कि ललित झा को गुरुवार रात गिरफ्तार किया गया. उसके बाद विस्तृत पूछताछ की गई.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि ललित ने पूरी संलिप्तता का खुलासा करते हुए बताया कि कैसे वो पूरे मामले का मास्टरमाइंड है. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा कि आरोपी ललित ने इस साजिश का जो मकसद बताया है उसे वो इस कोर्ट में पढ़ना नहीं चाहते हैं. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि हम उनकी संलिप्तता के दावे और स्वीकारोक्ति की असलियत देखना चाहते हैं. सभी आरोपी एक-दूसरे के संपर्क में कैसे आए इसका भी पता लगाना है.
पुलिस कस्टडी मांगने का आधार:-
Aaj Ki Taza Khabar: कल देश का आम बजट (Union Budget 2025) आने वाला है और उससे एक दिन पहले शेयर बाजार में हरियाली (Stock Market Zooms) देखने को मिली है. वहीं, हर बार की तरह इस बार भी बजट से आम लोगों को बड़ी उम्मीदें हैं, टैक्स से लेकर टैरिफ तक मिडिल क्लास की तमाम टेंशन इनमें शामिल होती हैं. इस बीच राहुल गांधी ने कहा है कि 90 के दशक में कांग्रेस ने दलितों और OBC का भरोसा खो दिया.
बजट सत्र की शुरुआत हो रही है. राष्ट्रपति का अभिभाषण और इकोनॉमिक सर्वे पेश होगा. सरकार 16 बिल पास कराने की तैयारी में है. विपक्ष बंटा हुआ दिखाई दे रहा है, जिससे सरकार को फायदा मिल सकता है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और अन्य दलों के बीच मतभेद स्पष्ट हैं. हालांकि, संसद में विपक्ष कुछ मुद्दों पर एकजुट हो सकता है. महंगाई, बेरोजगारी और कुंभ घटना जैसे मुद्दे उठाए जाएंगे. सरकार चाहती है कि सदन सुचारू रूप से चले.
आज, 31 जनवरी को भी दिल्ली में सुबह के वक्त घना कोहरा देखा गया. मौसम विभाग के मुताबिक आज दिल्ली का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. इसके बाद कल, फरवरी की शुरुआत से ही न्यूनतम तापमान यानी रात के तापमान में तो बढ़त देखने को मिलेगी लेकिन दिन के तापमान में कमी के आसार बन रहे हैं.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बड़ी स्वीकारोक्ति में माना है कि कांग्रेस दलितों और OBC के हितों की रक्षा उस तरह से नहीं कर पाई जैसा पार्टी को करना चाहिए था. राहुल ने इसके लिए 1990 के दशक के कांग्रेस नेतृत्व को दोष दिया. राहुल ने दो टूक कहा कि अगर वे ऐसा नहीं कहते हैं तो इसका मतलब है कि वे झूठ बोल रहे हैं.
दिल्ली में चुनाव है और चुनाव की इस गहमा-गहमी के बीच यमुना भी बड़ा चुनावी मुद्दा बनकर उभरी है. दावा किया जा रहा है कि यमुना में जहर है. आरोप लग रहे हैं कि यमुना का जल पीने तो क्या आचमन के लायक भी नहीं है. दिल्ली की बड़ी रिहायश आज भी पानी की कमी से जूझ रही है. यमुना, जो दिल्ली में नालों का संगम बन गई है, जिसमें केमिकल के झाग जब-तब बहते नजर आते हैं.