दुनियाभर में खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतें फरवरी में उच्चतम स्तर पर आईं, ये है इसके पीछे का कारण
ABP News
गेहूं की वैश्विक कीमतों में 2.1 फीसदी की वृद्धि हुई, जो मुख्य रूप से काला सागर बंदरगाहों से ग्लोबल सप्लाई फ्लो के बारे में अनिश्चित्ता की वजह से हुआ है. चावल की वैश्विक कीमतें भी बढ़ी हैं.
Food Inflation at Highest Level: संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) ने कहा कि फरवरी में विश्व खाद्य कीमतों का बेंचमार्क गेज वनस्पति तेलों और डेयरी उत्पादों के नेतृत्व में अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. एफएओ खाद्य मूल्य सूचकांक फरवरी में औसतन 140.7 अंक, जनवरी से 3.9 फीसदी, एक साल पहले के स्तर से 20.7 फीसदी और फरवरी 2011 में 3.1 अंक अधिक था.
वेजिटेबिल ऑयल की कीमतों ने बढ़ाए दामसूचकांक आम तौर पर व्यापारित खाद्य वस्तुओं की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में मासिक परिवर्तनों को ट्रैक करता है. एफएओ वनस्पति तेल मूल्य सूचकांक ने वृद्धि का नेतृत्व किया, जो पिछले महीने से 8.5 फीसदी बढ़कर एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जो ज्यादातर ताड़, सोया और सूरजमुखी के तेलों के लिए बढ़े हुए उद्धरणों से प्रेरित था.