दिव्यांगों के लिए वन-स्टॉप सेंटर बनेगा 'सुगम्य', ऐप में जोड़ी जाएंगी AI सुविधाएं
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राजेश अग्रवाल ने कहा कि हम ऐप को फिर से डिज़ाइन करेंगे, ताकि यह सुलभ हो जाए. हम चाहते हैं कि सुगम्य अगले छह महीने में दिव्यांगों के लिए वन-स्टॉप सेंटर बन जाए. नए ऐप में एआई चैटबॉट, शिकायत रजिस्टर, फीडबैक, मल्टी लैंग्वेज और सुलभ इंटरफ़ेस जैसी कई सुविधाएं होंगी. उन्होंने कहा कि ये सुविधाएं देशभर में हजारों दिव्यांगों को सशक्त बनाएंगी.
केंद्र सरकार दिव्यांग लोगों के लिए सुगम्य भारत ऐप को वन-स्टॉप प्वाइंट बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है. इसे लेकर सरकार की ओर से सुगम्य भारत ऐप को फिर से डिजाइन किया जाएगा, ताकि उसमें AI सुविधाओं को शामिल किया जा सके.
पीटीआई के मुताबिक विकलांगता मामलों के सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि AI में जिन सुविधाओं को हम जोड़ना चाहते हैं, वे वार्षिक रिपोर्ट, विभिन्न योजनाओं, हाल के जिला-वार डाटा, सुप्रीम कोर्ट और उच्च न्यायालयों के महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी हैं.
इसके लिए राजेश अग्रवाल की अध्यक्षता में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के साथ एनजीओ मिशन एक्सेसिबिलिटी और नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड (एनएबी दिल्ली) और शोध संस्थान आई-एसटीईएम के बीच एक एमओयू साइन किया गया है.
राजेश अग्रवाल ने बताया कि इस एमओयू का उद्देश्य पूरी तरह से सुलभ, बहुभाषी सुगम्य भारत एप्लिकेशन प्रदान करने के साथ ही प्रासंगिक और लक्षित जानकारी का प्रसार करने के लिए एआई तकनीक को शामिल करना है. नए ऐप में एआई चैटबॉट, शिकायत रजिस्टर, फीडबैक, मल्टी लैंग्वेज और सुलभ इंटरफ़ेस जैसी कई सुविधाएं होंगी. उन्होंने कहा कि ये सुविधाएं देशभर में हजारों दिव्यांगों को सशक्त बनाएंगी.
राजेश अग्रवाल ने कहा कि हम ऐप को फिर से डिज़ाइन करेंगे, ताकि यह सुलभ हो जाए. हम चाहते हैं कि सुगम्य अगले छह महीने में दिव्यांगों के लिए वन-स्टॉप सेंटर बन जाए.उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र की विभिन्न योजनाओं का विश्वसनीय और अपडेट ब्योरा प्रदान करने के लिए विजन दिव्यांग फाउंडेशन के सहयोग से एक और एमओयू को साइन किया गया है, जो दिव्यांग व्यक्तियों के लिए फायदेमंद होंगे.
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