दिल्ली: शादियों पर छाया नाइट कर्फ्यू का साया, बैंक्वेट एसोसिएशन ने लिखा सीएम केजरीवाल को पत्र
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बीते लॉकडाउन से सबक लेते हुए बैंक्वेट हॉल संचालकों के एसोसिएशन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर शादियों को एसेंशियल सर्विस मानते हुए शादी समारोह की इजाजत मांगी है.
पिछले साल शादियों का सीज़न शुरू होता, इससे पहले ही लॉकडाउन लग गया. दिल्ली में 6 अप्रैल को नाइट कर्फ्यू लगने के बाद बैंक्वेट हॉल संचालकों की चिंता बढ़ गयी है. संचालकों के मुताबिक 20 अप्रैल के बाद ही शादियों की शुरुआत है, शादियों के लिए बेहद शुभ मुहूर्त हैं. लेकिन अब उन्हें गाजे-बाजे वाला सीजन सुनसान होने का डर सताने लगा है. बीते लॉकडाउन से सबक लेते हुए बैंक्वेट हॉल संचालकों के एसोसिएशन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर शादियों को एसेंशियल सर्विस मानते हुए शादी समारोह की इजाजत मांगी है. उन्होंने कहा कि शादी दो लोगों के लिए रस्म भर नहीं बल्कि एक सोशल नीड भी है. दावा है इजाजत मिलने के बाद हर समारोह में पूरी एहतियात और कोविड प्रोटोकॉल का पालन भी किया जाएगा. अधिकतर समारोह शाम पर ही निर्भर करते हैं. ज्यादातर शादियों का मुहूर्त देर रात या फिर तड़के तारों की छांव में ही होता है. ऐसे में इस नाइट कर्फ्यू से इंडस्ट्री को बड़ा आर्थिक नुकसान होगा.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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