
दिल्ली में मामूली झगड़े पर कर दी थी पड़ोसी की हत्या, 12 दिन बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी
AajTak
दिल्ली में 12 दिनों पहले हुई हत्या की एक सनसनीखेज वारदात में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ललित ने मामूली विवाद पर पहले पड़ोसी से लड़ाई कर ली और फिर एक शख्स की हत्या कर फरार हो गया था. उसे पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीम बनाई गई जिसके बाद आज वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
राजधानी दिल्ली में 12 दिन पहले हुई एक हत्या के मामले में फरार आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में कत्ल की इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद वो गायब हो गया था. पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान ललित राम के रूप में हुई है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना 20 नवंबर को समयपुर बादली इलाके में हुई थी, जहां ललित राम ने अपने भाइयों संजीत, रोहित और दोस्त सनी के साथ पड़ोसी लल्लन पर हमला किया था. पुलिस ने बताया कि हमले के दौरान संजीत ने लल्लन पर कैंची से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई.
घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संजीत और रोहित को गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि, ललित राम घटना के बाद से फरार था. पुलिस ने उसे खोजने के लिए टीम गठित की और गुप्त सूचना के आधार पर उसे खेरा कलां इलाके से गिरफ्तार किया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान ललित ने हत्या में अपनी भूमिका स्वीकार की है. उसने व्यक्तिगत दुश्मनी को हत्या का कारण बताया. पुलिस ने इस मामले में अन्य आरोपियों से भी पूछताछ की है और अपराध के पीछे की पूरी साजिश का भंडाफोड़ करने की कोशिश में जुटी हुई है.
इस घटना ने समयपुर बादली इलाके के निवासियों को हिलाकर रख दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पड़ोसियों के बीच आपसी विवाद इस हद तक बढ़ जाएगा, यह किसी ने नहीं सोचा था. पुलिस ने मामले में आगे की जांच जारी रखी है और आरोपी ललित की गिरफ्तारी से पुलिस को मामले में सुलझाने में बड़ी मदद मिलेगी.

आम आदमी पार्टी हाल में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में 62 सीटों से नीचे गिरकर 22 सीटों पर आ गई. पार्टी के बड़े-बड़े धुरंधर जिनमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज, सत्येंद्र जैन, सोमनाथ भारती शामिल हैं, चुनाव हार गए. लेकिन कालकाजी में काफी कड़े मुकाबले में आतिशी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को हराने में सफलता पाई.