दिल्ली में दुर्गा पूजा और रामलीला के लिए आयोजकों को देनी होगी 5 लाख की गारंटी, DDA का आदेश
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दिल्ली विकास प्राधिकरण ने अपनी जमीन में दुर्गा पूजा और रामलीला जैसे आयोजनों को लेकर गारंटी राशि में बदलाव कर दिया है. दिल्ली में डीडीए की जमीन में धार्मिक आयोजन के लिए आयोजकों को 5 लाख रुपये की बैंक गारंटी देनी होगी. आयोजन से जुड़े लोगों ने इस बदलाव का विरोध किया है. आयोजकों ने जल्द ही आयोजन समितियों की इसे लेकर मीटिंग का भी ऐलान किया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिल्ली विकास प्राधिकरण यानी डीडीए की जमीन पर धार्मिक आयोजन से जुड़े नियम अब बदल गए हैं. दिल्ली विकास प्राधिकरण की जमीन पर इस साल दुर्गा पूजा, रामलीला या अन्य धार्मिक आयोजन से पहले आयोजकों को अब कुछ धनराशि गारंटी मनी के रूप से देनी होगी. नए नियमों के मुताबिक अब आयोजन के लिए आयोजक को पांच लाख रुपये की बैंक गारंटी देनी होगी.
बताया जा रहा है कि ये बैंक गारंटी ऐसी स्थिति के लिए होगी जब आयोजक पूजा स्थल या मेला स्थल पर खाना पकाएंगे और उसके जरिए गंदगी फैलाएंगे. डीडीए ने जानकारी देते हुए कहा है कि इस बार पांच लाख रुपये की बैंक गारंटी देना अनिवार्य होगा और अगर किसी तरीके से इसका उल्लंघन होता है तो इस राशि का इस्तेमाल जुर्माने के तौर पर किया जा सकेगा. उल्लंघन न होने की स्थिति में पांच लाख रुपये लौटा भी दिए जाएंगे.
डीडीए की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 13 दिसंबर 2019 को जारी किए गए सर्कुलर में दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी या डीपीसीसी ने ऐसे सभी धार्मिक आयोजन वाली जगह पर ईटीपी लगाने का आदेश दिया था. उसी आदेश को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी ने 4 फरवरी 2021 को निर्देश दिया था कि नियमों के उल्लंघन की हलत में पांच लाख से लेकर 50 लाख रुपये तक का जुर्माना आयोजकों से वसूला जाए.
डीडीए ने साफ किया है कि पूजा या धार्मिक आयोजनों के लिए मुफ्त में जमीन मुहैया कराई जाती है. इसके लिए 15 दिन की बुकिंग के लिए 24 रुपये प्रति वर्गमीटर और 30 दिन से अधिक की बुकिंग के लिए 60 रुपये प्रति वर्गमीटर सिक्योरिटी डिपॉजिट करवाया जाता रहा है जो आयोजन के बाद पूरी तरह लौटा दिया जाता है. डीडीए की वही पॉलिसी इस साल भी जारी रहेगी.
लोगों ने जताई नाराजगी
दिल्ली में दुर्गा पूजा और रामलीला के आयोजकों ने डीडीए के इस नए फरमान पर नाराजगी जताई है. लोगों को डीडीए का ये नया फरमान पसंद नहीं आ रहा है. आजतक से बात करते हुए आयोजकों ने बताया कि जल्द ही आयोजन से जुड़ी कमेटियों की इसे लेकर बैठक होगी. आयोजकों ने कहा कि पूजा समितियों और रामलीला कमेटियों के लिए 5 लाख रुपये की भारी-भरकम रकम की व्यवस्था करना काफी मुश्किल होगा.
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