दिल्ली: दालों पर स्टॉक लिमिट लगाने के विरोध में सड़क पर उतरे अनाज मंडी के व्यापारी, आदेश वापस लेने की मांग की
ABP News
नया बाज़र के थोक दाल व्यापारियों का कहना है कि रोजाना करीब 100 टन दाल का व्यापार होता है. ऐसे में 200 टन स्टॉक लिमिट तय करने से व्यापार बन्द पड़ जाएगा.
नई दिल्ली: दाल की बढ़ी हुई कीमतों पर लगाम लगाने के मकसद से केंद्र सरकार ने मूंग दाल को छोड़कर अन्य सभी दाल पर स्टॉक लिमिट तय कर दी है. सरकार के इस फैसले के खिलाफ एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी नया बाज़र के थोक दाल व्यापरियों ने केंद्र सरकार को बन्द की चेतावनी दी है और स्टॉक लिमिट हटाने की मांग की है. केंद्र सरकार के आदेश में दाल के थोक व्यापारियों को 200 टन तक दाल स्टॉक करने की अनुमति है. सोमवार को दिल्ली ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन ने पुरानी दिल्ली के नया बाज़ार में केंद्र सरकार की स्टॉक लिमिट तय करने के आदेश का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया. नया बाज़र के थोक दाल व्यापारियों का कहना है कि रोजाना करीब 100 टन दाल का व्यापार होता है. ऐसे में 200 टन स्टॉक लिमिट तय करने से व्यापार बन्द पड़ जाएगा. दिल्ली में अनाज दूसरे राज्यों से आता है उसके ट्रांसपोर्टेशन में ही 3-4 दिन का वक्त लग जाता है ऐसे में व्यापार कैसे हो पाएगा. दिल्ली में पल्सेस एंड बीन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप जिंदल का कहना है कि नया बाज़ार में रोजाना लाखों टन दाल का व्यापार होता है. देश मे 1974 में जब 25 करोड़ की आबादी थी तब भी 200 टन स्टॉक की अनुमति थी और आज 130 करोड़ की आबादी है तो कम से कम 2000 टन की स्टॉक लिमिट होनी चाहिए. स्टॉक लिमिट तय करना सरकार की गलत नीति है.More Related News