दरगाहों में जाकर कव्वाली सुनेंगे बीजेपी नेता, मुस्लिम वोटरों को लुभाने के लिए 'सूफी संवाद' की तैयारी
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बीजेपी ने अपना फोकस मुसलमानों पर कर लिया है. ऐसा लगता है कि वह लोकसभा चुनाव से पहले अपने वोट बैंक में मुस्लिम वोटरों को भी शामिल करना चाहती है. इसके लिए वह अब सूफी संवाद महाअभियान शुरू करने जा रही है. इसके जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की नीतियों का प्रचार किया जाएगा.
देश में अगले साल लोकसभा चुनाव हैं. ऐसे में बीजेपी ने हर वर्ग के साथ मुस्लिमों को भी लुभाने की रणनीति बनाई. इसके लिए बीजेपी का अल्पसंख्यक मोर्चा मुस्लिम वोटरों तक पार्टी की पहुंच बढ़ाने के लिए सूफी संवाद महाअभियान चलाएगा. यह अभियान पूरे देश में चलाया जाएगा. इसके तहत बीजेपी के मुस्लिम नेता, केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्री ईद के बाद कव्वाली सुनने दरगाह जाएंगे और कव्वाली के जरिए पीएम मोदी और बीजेपी की नीतियों का प्रचार किया जाएगा.
सूफी दरगाहों को मानने वाले मुसलमानों को समझाया जाएगा कि बीजेपी सरकार की सभी योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के मुसलमानों को दिया जा रहा है. इसकी शुरुआत यूपी से होगी. यहां निकाय चुनाव के बाद प्रदेश के हर शहर की मुख्य दरगाह में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. सभी राज्यों के अल्पसंख्यक मोर्चा के सभी पदाधिकारियों से सूफी दरगाहों और उनके खादिमों की सूची मांगी गई है. इस अभियान के अलावा बीजेपी ने कई और पहल की हैं, जिसके जरिए बीजेपी यह संदेश देना चाहती है कि मुसलमान भी उसके केंद्र में हैं.
कर्नाटक के शाह रशीद अहमद को पद्म श्री का सम्मान
कर्नाटक के बिदरी कलाकार शाह रशीद अहमद कादरी को 5 अप्रैल को पद्म श्री सम्मान से नवाजा गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह सम्मान मिलने के बाद कादरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान कहा- उन्हें लगता था कि बीजेपी सरकार से उन्हें कभी यह प्रतिष्ठित सम्मान नहीं मिलेगा, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें गलत साबित कर दिया. मैं यूपीए सरकार में पद्म पुरस्कार मिलने की उम्मीद कर रहा था लेकिन मुझे नहीं मिला. जब आपकी सरकार आई, मुझे लगा कि बीजेपी सरकार मुझे कभी पुरस्कार नहीं देगी, लेकिन आपने मुझे गलत साबित कर दिया. मैं आपका आभारी हूं. शाह रशीद अहमद कादरी को कर्नाटक का शिल्प गुरु भी कहा जाता है. वह पांच सौ साल पुरानी बीदरी कला को जीवंत रखे हुए हैं. वह दुनियाभर में अपनी कृतियों का प्रदर्शन कर चुके हैं. दरअसल बीदरी एक लोककला है. कर्नाटक में अगले महीने 10 मई को चुनाव हैं.
यूपी के मदरसों में 'मन की बात' का उर्दू अनुवाद बांटेगी बीजेपी
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