दफना देते हैं शव, नदी नालों में बहती है अस्थियां...पाकिस्तान के सैकड़ों हिंदू परिवार की क्या है मजबूरी?
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सैकड़ों हिन्दुओं के अस्थि कलश विसर्जन का एक मामला पाकिस्तान के करांची शहर के एक मात्र हिन्दू श्मशान घाट में दिखने को मिल रहा है. जहां 200 से ज्यादा हिन्दुओं की अस्थि कलश एक लॉकर रूम में बंद है. परिवार वाले इन्हें भारत आकर हरिद्वार के गंगा में विसर्जित करना चाह रहे हैं.
मृत्यु जीवन का अटल सत्य है. सभी धर्म में मृत्यु के बाद मृतकों को आखिरी पड़ाव तक पहुंचाने के लिए परंपराओं के अनुसार कर्मकांड होते हैं. खासकर हिंदू धर्म में इन परंपराओं का विशेष महत्व होता है. पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं की बदनसीबी यह है कि वहां मरने वाले हिंदु धर्म के लोगों को ठीक से कर्मकांड भी नसीब नहीं हो रहा है. वहां दाह संस्कार के बाद हिन्दुओं की रखी गई अस्थियां, श्मशान घाटों के लॉकर रूम में सालों से बंद हैं. मृतकों के रिश्तेदार अस्थियों को हरिद्वार आकर गंगा में विसर्जित करना चाहते हैं. लेकिन उन्हें हिंदुस्तान आने के लिए वीजा नहीं मिल पा रहा है.More Related News
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