दक्षिण अफ्रीका में हिंसा और लूट के शिकार क्यों बने भारतीय मूल के लोग?
BBC
डबरन में हुई हिंसा में भारतीय मूल के व्यापारी गुप्ता बंधुओं के ख़िलाफ़ जनता के आक्रोश के शिकार क्या दूसरे आम भारतीय कारोबारी बने.
चौथी पीढ़ी के दक्षिण अफ़्रीकी भारतीय खैरात दीमा का कहना है कि हाल की हिंसा में डरबन शहर के सिटी सेंटर में उनकी किराना दुकान पूरी तरह से लूट ली गई. उन्होंने बीबीसी अफ़्रीका को बताया, "लुटेरों ने मेरे स्टोर को ख़ाली कर दिया और जाने से पहले तोड़फोड़ की". खैरात ने अफ़सोस जताया कि "बहुत से लोगों ने अपनी दुकानों से अपना माल खो दिया." जिन लोगों की दुकानों को लूटा गया या आग लगा दी गई या जिनके घरों में आग लगा दी गई उनमें से कई भारतीय मूल के संपन्न लोग थे जिससे समुदाय को ऐसा लगा कि हिंसा का निशाना वही हैं. पिछले दिनों सोशल मीडिया दक्षिण अफ़्रीका में हुई हिंसा के वीडियो और तस्वीरों से भरा पड़ा था जिनमें लोग दुकानों, मॉल, घर और ट्रकों को या तो लूट रहे हैं या उन्हें जलाते दिख रहे हैं.More Related News