दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा- कोरोना के दौरान मुझे जेल भेजना मौत की सजा के बराबर
ABP News
दक्षिण अफ्रीका के उच्चतम न्यायालय ने देश के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को अदालत की अवमानना के लिए 15 माह कैद की सजा सुनाई है.
जोहानिसबर्ग. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान उन्हें जेल भेजना मौत की सजा के बराबर है. इस बीच, उनके घर के बाहर उनके समर्थकों ने मानव श्रृंखला बना पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने से रोका. जुमा ने क्वाज़ूलू-नताल प्रांत के कांडला स्थित अपने घर से रविवार शाम पत्रकारों को संबोधित किया. इससे पहले देश की शीर्ष अदालत ने उन्हें खुद को पुलिस के हवाले करने को कहा, ताकि उनकी 15 साल कैद की सजा पूरी हो सके. उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक महामारी का कहर चरम पर होने के दौरान मेरी उम्र के शख्स को जेल भेजना मौत की सजा के बराबर है. दक्षिण अफ्रीका में 1995 में मौत की सजा को असंवैधानिक घोषित कर दिया गया था.’’ संवैधानिक अदालत जुमा की सजा रद्द करने की उनकी याचिका पर सुनवाई को शनिवार को सहमत हो गई थी. पूर्व राष्ट्रपति ने सजा रद्द करने के लिए अपनी 79 वर्ष की उम्र, स्वास्थ्य कारणों तथा अन्य अनिर्दिष्ट कारणों का हवाला दिया है. इस मामले पर 12 जुलाई को सुनवाई होगी, तब तक जुमा जेल से बाहर रहेंगे.More Related News