‘द कश्मीर फाइल्स’ भद्दी और दुष्प्रचार करने वाली फिल्म: इफ्फी जूरी प्रमुख
The Wire
53वें भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के जूरी प्रमुख और इज़रायली फिल्मकार नदव लापिड ने कहा कि हम सब ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म से हैरान और परेशान हैं, जो इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के एक कलात्मक और प्रतिस्पर्धी खंड के लिए अनुपयुक्त थी.
पणजी: 53वें भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के जूरी प्रमुख और इजरायली फिल्मकार नदव लापिड ने हिंदी फिल्म ‘ द कश्मीर फाइल्स’ को सोमवार को ‘दुष्प्रचार करने वाली’ और ‘भद्दी’ फिल्म बताया. GM. ‘कश्मीर फ़ाइल्स’ का सच कुछ लोगो के गले में एक काँटे की तरह अटक गया है।वो ना उसे निगल पा रहे है ना उगल! इस सच को झूठा साबित करने के लिए उनकी आत्मा,जो मर चुकी है, बुरी तरह से छटपटा रही है।पर हमारी ये फ़िल्म अब एक आंदोलन है फ़िल्म नहीं।तुच्छ #Toolkit गैंग वाले लाख कोशिश करते रहें।🙏 pic.twitter.com/ysKwCraejt
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर सहित केंद्र सरकार के शीर्ष मंत्रियों की उपस्थिति में गोवा में कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए लापिड ने कहा कि फिल्म समारोह में इस फिल्म का प्रदर्शन किए जाने से वह ‘परेशान और हैरान’ हैं. Truth is the most dangerous thing. It can make people lie. #CreativeConsciousness — Anupam Kher (@AnupamPKher) November 29, 2022
इस वार्षिक फिल्म महोत्सव का आयोजन फिल्म समारोह निदेशालय द्वारा किया जाता है, जो केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय का हिस्सा है. — Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) November 29, 2022
लापिड ने कहा, ‘मैं इस कार्यक्रम की सिनेमाई समृद्धि और इसकी विविधता के लिए समारोह के प्रमुख और प्रोग्रामिंग निदेशक को धन्यवाद देना चाहता हूं. यह बेहतरीन था. हमने नवोदित प्रतियोगिता श्रेणी में सात फिल्में देखीं और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता श्रेणी में 15 फिल्में देखीं. उनमें से 14 में सिनेमाई गुण थे, अभाव था और विशद चर्चाएं थीं.’